लखनऊ । एसटीएफ यूपी द्वारा महाराष्ट्र पुलिस की पुणे क्राइम ब्रान्च के साथ संयुक्त अभियान में पूर्व में नासिक में बरामद 150 किलो एमडीएमए (ड्रग्स) अनुमानित मूल्य तीन सौ करोड़ की बारादगी में फरार मुख्य दो अभियुक्तों को नेपाल भागने के प्रयास करते समय गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुयी है। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम अभिषेक बिलास बालकवड़े पुत्र बिलास बलकवडे, निवासी-फ्लैट नम्बर 8, विजय एनएक्स टाकली रोड, नासिक, महाराष्ट्र, भूषण अनिल पाटिल पुत्र अनिल पाटिल, निवासी-अक्षरधरा फ्लैट नम्बर 301, मातोश्री नगर, नासिक, महाराष्ट्र है।
नेपाल भागने की सूचना पर अलर्ट हुई एसटीएफ
क्राइम ब्रांच पुणे के सहायक पुलिस आयुक्त सुनील ताम्बे द्वारा स्वयं उपस्थित होकर अवगत कराया कि महाराष्ट्र राज्य में विगत दिनों हुयी 150 किलो एमडीएमए(ड्रग्स) अनुमानित मूल्य तीन सौ करोड़ की बरामदगी से सम्बंधित मुख्य आरोपी जनपद लखनऊ में मौजूद हैं व नेपाल भागने की फ़िराक में हैं तथा यह भी बताया गया की यह दोनों अभियुक्त जनपद पुणे व नासिक के कई अन्य मादक पदार्थ तस्करी के अभियोगों में वांछित है।
इनके द्वारा षडयंत्र करके महाराष्ट्र के सबसे बड़े ड्रग माफिया ललित पाटिल को पुलिस हिरासत से दो अक्टूबर को फरार भी कराया गया है, जिस हेतु उपरोक्त अभियुक्तों की गिरफतारी के लिए सहयोग मांगा गया। इस सम्बन्ध में धर्मेश कुमार शाही, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ, लखनऊ को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया, जिसके अनुक्रम में एसटीएफ मुख्यालय टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
एसटीएफ की टीम ने बाराबंकी से दोनों को किया गिरफ्तार
मंगलवार को अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि अभिषेक बिलास बालकवड़े उपरोक्त, भूषण अनिल पाटिल उपरोक्त जो नासिक में बरामद 150 किलो ड्रग्स जिसकी अनुमानित मूल्य तीन सौ करोड़ की बारामदगी में फरार चल रहे है वे जनपद बाराबंकी में मौजूद हैं तथा नेपाल भागने की फिराक में है, यदि जल्दी की जाये तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। इस सूचना विष्वास करते हुए एसटीएफ की गठित टीम द्वारा क्राईम ब्रान्च पुणे की टीम को साथ लेकर मुखबिर की निशानदेही पर उपरोक्त दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया तथा उनके पास से उपरोक्त बारामदगी हुयी।
ड्रग निर्माण के लिए औरंगाबाद, पुणे व नासिक में लगाया था कारखाना
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया की भूषण अनिल पाटिल ड्रग माफिया ललित पाटिल का सगा छोटा भाई है व अभिषेक बिलास बालकवड़े ललित पाटिल के ड्रग्स नेटवर्क का मुख्य प्रबंधक है। दोनों ने बताया की वह दोनों ललित पाटिल के साथ वर्ष 2014 से पब बार व रेव पार्टियों में प्रयोग की जाने वाली प्रतिबांधित ड्रग का निर्माण कर रहे थे। इस कार्य के लिए पहले औरंगाबाद में फिर पुणे व नासिक में इन लोगों द्वारा कारखाना लगाया गया था।
वर्ष 2020 में ललित पाटिल के गिरफ्तार होने के बाद ललित के ही इशारे पर उसके भाई भूषण अनिल पाटिल व प्रबंधक अभिषेक बिलास बालकवड़े द्वारा पूरे गिरोह की कमान संभाल ली गयी। विगत 04-08-2023 को मुम्बई में 150 किलो एमडी ड्रग की रिकवरी में ललित पाटिल व अन्य गिरोह के सदस्यों का नाम आने के उपरान्त भूषण अनिल पाटिल, अभिषेक बिलास बालकवड़े द्वारा षडयंत्र करके ललित पाटिल को पुलिस हिरासत से फरार करवा दिया गया।
डेढ़ करोड़ रुपये प्रति किलो के मूल्य से बेचते थे ड्रग
पूछने पर यह भी बताया की उनको एमडीएमए (ड्रग) बनाने के लिए कच्चा माल नासिक जिले के शिवजी शिंदे द्वारा दिया जाता है। तथा वह एक किलो एमडीएमए (ड्रग) ललित के तय खरीदारों को डेढ़ करोड़ रूपए प्रति किलो के मूल्य से बेचते थे। तथा कमाए हुए पैसे को मुम्बई के अभिजीत नामक सुनार से सोने में परिवर्तित करवा देते है।
इस क्रम में उनके द्वारा विगत 10 माह में 8 किलो सोना खरीदा गया है तथा महाराष्ट्र में ही भिन्न भिन्न स्थानों पर छुपा कर रखा गया है। आज ललित के ही कहने पर नेपाल भागने की फिराक में थे। गिरफ्तार अभियुक्तों को बाद गिरफ़्तारी पुणे क्राइम ब्रान्च के सहायक पुलिस आयुक्त की टीम को विधिक कार्यवाही के उपरान्त सुपुर्द किया गया, जिनके द्वारा अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।