लखनऊ । एसटीएफ यूपी द्वारा अवैध शस्त्र बनाने वाले गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 33 अदद अवैध तमंचे 315 बोर व 49 अधबने तमंचे 315 बोर व अवैध शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम जनरल सिंह पुत्र गुरूदयाल सिंह निवासी ग्राम बांकनेर, थाना कोतवाली, जनपद कासगंज हाल निवासी किराये का मकान ग्राम पढियावाली, थाना मढ़राक, जनपद अलीगढ़ तथा रूप सिंह पुत्र भजन लाल निवासी ग्राम दुलारा, थाना फतेहपुर सीकरी, जनपद आगरा है।
यूपी एसटीएफ को मिली सफलता
विगत दिनों से एसटीएफ को भारी मात्रा में अवैध असलाह की तस्करी के सम्बन्ध मे संगठित गिरोह के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया था।
उक्त निर्देष के क्रम में अब्दुल कादिर, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ बरेली यूनिट के पर्यवेक्षण में उप निरीक्षक राशिद अली के नेतृत्व मे मु.आ. रामजी लाल, मु.आ. संदीप कुमार, मु.आ. गिरिजेश पोसवाल, मु.आ. कुलदीप, आ.कमाण्डो खान मोहम्मद द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी। अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि कुछ लोग अवैध शस्त्र का निर्माण कर बेचते है, जो आज भी माल तैयार कर बेचने की फिराक में है।
5-6 वर्षों से अवैध तमंचा बनाने का कर रहे थे काम
इस सूचना पर तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए एसटीएफ फील्ड इकाई, बरेली की टीम द्वारा मुखबिर के बताये गये स्थान ग्राम पढियावाली थाना मढ़राक जनपद अलीगढ़ से उपरोक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से भारी संख्या मे उपरोक्त बरामदगी की गयी। गिरफ्तार अभियुक्तो ने पूछताछ करने पर बताया कि यह लोग पिछले 5-6 साल से अवैध तमंचे बनाकर मध्य प्रदेश, कासगंज, अलीगढ़, एटा में सप्लाई करते हैं।
इनके बने हुए अवैध तमंचे मघ्य प्रदेश के तकिया जिले के मनोज व कासगंज का रामू ले जाता है। यह लोग इन तमंचों को लगभग एक हजार रुपए में तैयार कर तीन से चार हजार रुपए मे बेच देते हैं, जिसमें इन्हें काफी मुनाफा होता है। उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना मढ़राक, जनपद अलीगढ़ में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।