समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि सामाजिक न्याय की विरोधी भाजपा अब आरक्षण के खिलाफ पिछले दरवाजे से राजनीति कर रही है।कहा कि भाजपा शुरू से सामाजिक न्याय की विरोधी रही है और यही कारण है कि वह लगातार पिछड़ों और दलितों को दिए जा रहे आरक्षण पर हमला कर कमजोर कर रही है।
कई विश्वविद्यालयों में पिछड़ों का हक मारा गया
विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की भर्तियों में आरक्षण की अनदेखी की गयी। कई विश्वविद्यालयों में पिछड़ों का हक मारा गया। पिछड़ों को मान-सम्मान और हक देने को लेकर भाजपा की नीयत कभी ठीक नहीं रही है। भाजपा आरक्षण के खिलाफ पिछले दरवाजे की राजनीति कर रही है।उत्तर प्रदेश में कोई एक नहीं कई उदाहरण है जब भाजपा की सरकार ने पिछड़ों का हक मारा है।
सैकड़ों नौजवानों को नौकरी से वंचित कर दिया
पुलिस भर्ती में आरक्षण की गलत व्याख्या कर सैकड़ों नौजवानों को नौकरी से वंचित कर दिया। 69 हजार शिक्षक भर्ती में बड़े पैमाने पर आरक्षण का घोटाला किया। भाजपा सरकार की नीयत पिछड़े और दलितों को हक और अधिकार देने के बजाय उन्हें दबाए रखने की है।