लखनऊ । यूपी पुलिस, महिला सुरक्षा व सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए महिलाओं की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में पुलिस महानिदेशक के दिशा-निर्देशन में 1090 के माध्यम से दी जा रही सुविधाओं को सुदृढ़ बनाये जाने तथा क्षमता संवर्धन के लिए महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन के सभागार में शुक्रवार को 1090 की आॅनलाइन फैमिली काउन्सलिंग सेवा के लिए नामित काउन्सलर्स के प्रशिक्षण एवं क्षमता संवर्धन के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण व कार्यशाला का आयोजन यूनिसेफ के सहयोग से किया गया।
इन अतिथियों ने कार्यक्रम में किया प्रतिभाग
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में अनुपम कुलश्रेष्ठ अपर पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन, यूनिसेफ के प्रदेश बाल संरक्षण विशेषज्ञ मंसूर उमर कादिरी, यूनिसेफ राज्य समन्वयक महर्षि अग्निहोत्री, विषय विशेषज्ञ के रूप में लखनऊ विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की पूर्व प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष प्रो. पल्लवी भटनागर तथा सेण्टर फॉर ह्यूमन इकोलोजी’ मुम्बई की असिस्टेन्ट प्रोफेसर डा. अपर्णा जोशी द्वारा प्रतिभाग किया गया।
1090 सेवा का 17 अक्टूबर 2020 को किया गया था शुभारंभ
उल्लेखनीय है कि 1090 में पारिवारिक विवाद, घरेलू हिंसा वैवाहिक विवाद आदि प्रकरणों से सम्बन्धित पंजीकृत शिकायतों में यदि शिकायतकर्ता व पीड़िता काउन्सलिंग द्वारा अपनी समस्या का समाधान कराना चाहती है तो उसकी समस्या का निवारण 1090 द्वारा आॅनलाइन फैमिली काउन्सलिंग सेवा के माध्यम से किया जाता है। कोविड संक्रमण काल के दौरान अभिनव प्रयोग के तौर पर इस सेवा का शुभारम्भ 17 अक्टूबर 2020 को किया गया था, जो कोविड-19 संक्रमण काल के दौरान अत्यन्त सफल रहा।
97.5 प्रतिशत शिकायतों का कराया जा चुका है निस्तारण
इस सेवा के अन्तर्गत उपरोक्त उल्लिखित प्रकरणों में ‘आॅनलाइन फैमिली काउन्सलिंग’ वीमेन पावर लाइन 1090 द्वारा यहां अधिष्ठापित कम्प्यूटर सिस्टम के माध्यम से शिकायतकर्ता पीड़िता, विपक्षीगण तथा काउन्सलर्स को एक साथ कान्फ्रेंस पर लेकर दोनों पक्षों की काउन्सलिंग कराकर समस्या का समाधान कराया जाता है। इस कार्य हेतु यूनीसेफ के सहयोग से चयनित सुप्रसिद्ध स्वैच्छिक काउन्सलर्स व मनोचिकित्सकों को नामित किया गया है, जो नि:शुल्क अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। 1090 में 17 अक्टूबर 2020 से आज तक आॅनलाइन फेमिली काउन्सलिंग से सम्बन्धित 14,457 शिकायतें पंजीकृत हुई हैं, जिसमें से 97.5 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। शेष शिकायतें भी निस्तारण के क्रम में प्रक्रियाधीन हैं
लिव इन रिलेशन पर तैयार लघु नाटिका का किया गया मंचन
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आॅनलाइन फेमिली काउन्सलिंग सेवा प्रदान करने वाले काउन्सलर्स के क्षमता संवर्धन के साथ उनके अनुभवों एवं आने वाली समस्याओं को सुनकर इस सेवा को और बेहतर तथा विस्तृत बनाए जाने के लिए प्रयास करता है। कार्यशाला के शुभारम्भ में 1090 के कर्मियों द्वारा “लिव इन रिलेशन” पर तैयार की गयी लघु नाटिका का सुन्दर मंचन किया गया।
अनुपम कुलश्रेष्ठ ने अपने उद्बोधन में 1090 की आॅनलाइन फैमिली काउन्सलिंग सेवा की महत्ता को बताते हुए समय-समय पर इस प्रकार की और कार्यशालाएं व प्रशिक्षण आयोजित किये जाने पर बल दिया। साथ ही उन्होने इस कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए 1090 के अधिकारियों व कर्मचारियों की भी प्रशंसा की। मंसूर उमर कादिरी, बाल संरक्षण विशेषज्ञ, यूनिसेफ द्वारा आम लोगों में आत्महत्या की बढ़ रही प्रवृत्ति के कारणों एवं समाधान पर विस्तृत प्रकाश डाला गया।विषय विशेषज्ञ प्रोफेसर पल्लवी भटनागर द्वारा पीड़िताओं तथा उनको उत्पीड़ित करने वाले आरोपियों का मनोवैज्ञानिक आंकलन एवं निवारण पर जानकारी दी गयी।
साठ से अधिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने किया प्रतिभाग
इस कार्यशाला में 29 काउन्सलर व मनोवैज्ञानिक प्रतिभागियों, विषय विशेषज्ञों, यूनिसेफ के प्रतिनिधियों एवं 1090 के अधिकारी व कर्मचारी सहित 60 से अधिक लोगों द्वारा प्रतिभाग किया गया।कार्यक्रम का समापन रूचिता चौधरी, पुलिस अधीक्षक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन द्वारा सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए किया गया। कार्यक्रम का संचालन सौम्या पाण्डेय पुलिस उपाधीक्षक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन द्वारा किया गया इसके साथ ही कार्यक्रम में विनोद कुमार यादव, पुलिस उपाधीक्षक डा शिल्पी, विशेष कार्याधिकरी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन व 1090 यूपी लखनऊ के कर्मचारियों की कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही।