लखनऊ । उत्तर प्रदेश में रहने वाले छात्र-छात्रा जो मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं उनके लिए राहत भरी खबर है। वह यह है कि इस वर्ष प्रदेश के निजी मेडिकल एवं डेंटल कालेजाें में फीस नहीं बढ़ेगी। ऐसे में जिन अभिभावकों के बेटा व बेटी मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है। चूंकि गुरुवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा इसका बकायदा आदेश जारी कर दिया गया है। पिछले साल जो फीस छात्रों ने जमा की है वही इस साल भी करना होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि निजी मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस में दाखिला लेने वालों को 10.77 लाख से 13.73 लाख रुपये तक फीस जमा करनी होगी। प्रति वर्ष डेढ़ लाख रुपये हॉस्टल शुल्क भी जमा करना होगा। वहीं, 85,600 रुपये विविध शुल्क भी जमा करने होंगे। एक बार तीन लाख रुपये सुरक्षा राशि भी जमा कराई जाएगी। एमडी और एमएस के क्लीनिकल कोर्स के लिए प्रति वर्ष ट्यूशन फीस 14.43 लाख रुपये से अधिकतम 25.09 लाख रुपये तय की गई है। जबकि पैथोलॉजी कोर्स के लिए 10.80 लाख से 13.68 लाख रुपये और नान क्लीनिक के लिए आठ लाख से 9.77 लाख रुपये जमा करने पड़ेंगे।
वहीं एमडीएस कोर्स की ट्यूशन फीस 5.42 लाख रुपये से अधिकतम 8.59 लाख रुपये ली जाएगी। वहीं 87 हजार रुपये से डेढ़ लाख रुपये प्रति वर्ष हास्टल शुल्क व एक लाख विविध शुल्क देना होगा। वहीं तीन लाख रुपये सिक्योरिटी मनी दाखिले के समय जमा कराई जाएगी। फिलहाल सरकार ने लगातार दूसरे वर्ष विद्यार्थियों को बड़ी राहत दी है। वहीं दाखिले के समय एक बार पांच लाख रुपये सिक्योरिटी मनी भी ली जाएगी।