लखनऊ । उत्तर प्रदेश में 1573 स्वास्थ्य कार्यकर्ता (एएनएम) को मंगलवार को लोकभवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति पत्र वितरित किया। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 1573 एएनएम प्रदेश की तस्वीर बदलने के लिए है। नीति आयोग की रिपोर्ट बता रही है कि यूपी बीमारू राज्य से बाहर निकला है। पहले करीब पौने छह करोड़ दिन हीन स्थिति में थे। अब करीब इनके जीवन यापन में सुधार हुआ है। दो साल में स्वास्थ्य शिक्षा क्षेत्र में लगातार सुधार हो रहा है। यूपी विकास की प्रक्रिया से जुड़ा है।

पहले गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस से बच्चे मरते थे लेकिन अब नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले 10 से 15 जिलों में कोई मेडिकल कॉलेज नहीं था। सिर्फ गोरखपुर में था। जहां बच्चों की निरंतर मौत होती थी लेकिन 2017 के बाद हालात बदले हैं। अब पूर्वांचल में बच्चे को लेकर भय नहीं है। लोगों को भरोसा है। स्वस्थ विभाग को नोडल बनाया गया। अब यह बीमारी यूपी से समाप्त हो गई है।पहले गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस से बच्चे मरते थे। लेकिन 2017 के बाद बच्चों की मौत नहीं हो रही है।

अब प्रदेश की मेधा को नौकरी मिल रही है : डिप्टी सीएम

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि पहले एक जाति के लोग एक इलाके के लोगों को नौकरी मिलती थी। अब प्रदेश की मेधा को नौकरी मिल रही है। स्वास्थ्य विभाग सेवा का विभाग है। यह रहकर जीविका के साथ सेवा का भी मौका मिलेगा। आज 25845 उपकेंद्र पर सी एच ओ तैनात किए जा रहे हैं। पांच हजार आबादी पर एक केंद्र खोल रहे हैं। सभी के लिए निशुल्क दवा का प्रावधान है।

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