लखनऊ ।उत्तर प्रदेश में अब धार्मिक स्थलों, हाईवे और विद्यालयों के नजदीक शराब की दुकानें नहीं होगी। अगर कहीं पर खुली मिली तो फिर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्मस्थलों, विद्यालयों और हाईवे के नजदीक की शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। साथ ही यह भी कहा है कि अवैध शराब बेचने और बनाने वाले दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जारी किया आदेश
मुख्यमंत्री योगी ने यह भी अधिकारियों से कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इन जगहों पर शराब बेचने की कोई भी दुकान ना हो। इसके पहले सीएम यह निर्देश दे चुके हैं कि कांवड़ यात्रा के मार्ग में ना तो कोई शराब की दुकान हो और ना ही मांस बेचने वाली। शनिवार को मुख्यमंत्री योगी ने चालू वित्तीय वर्ष में राजस्व प्राप्तियों की समीक्षा की। उनके साथ वित्तमंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार प्रयासों से प्रदेश के कर-करेत्तर राजस्व संग्रह में लगातार वृद्धि हो रही है।
राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए नए स्रोत तलाशें
इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में अब तक 46 हजार करोड़ से अधिक राजस्व मिला है। इसमें जीएसटी व वैट से 26 हजार करोड़, एक्साइज में 10 हजार करोड़, स्टाम्प एवं पंजीयन से 6 हजार करोड़ और परिवहन से 2400 करोड़ से अधिक मिला है। उन्होंने संतोष जताते हुए कहा कि यह जनता से मिला धन है, जो प्रदेश के विकास और जन कल्याण पर खर्च किया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में अपार संभावनाएं हैं। राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए नए स्रोत तलाशें। उन्होंने चालू वित्तीय वर्ष के लिए 1.50 लाख करोड़ के जीएसटी और वैट संग्रह का लक्ष्य दिया। मुख्यमंत्री ने राजस्व चोरी को राष्ट्रीय क्षति बताते हुए कहा कि जीएसटी चोरी रोकने के लिए निगरानी बढ़ाएं।