उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा को दूसरा सेवा विस्तार दे दिया गया है। मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा को 31 दिसंबर 2022 तक के लिए सेवा विस्तार दिया गया था। जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार की ओर से मुख्य सचिव के लिए तीन अधिकारियों का पैनल केंद्र सरकार के कार्मिक विभाग को भेजा गया था। लेकिन, प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर मचे बवाल के बीच केंद्र ने दुर्गाशंकर मिश्रा को ही सेवा विस्तार देना तय किया। यह पहला मौका है जब मुख्य सचिव को लगातार दूसरी बार सेवा विस्तार मिला है।
31 दिसंबर 2022 को खत्म हो रहा था दुर्गाशंकर का कार्यकाल
बता दें कि 31 दिसंबर 2021 को मिश्र का कार्यकाल खत्म हो रहा था लेकिन केंद्र सरकार ने उनको एक साल का सेवा विस्तार देकर यूपी का मुख्य सचिव बनाया था। जिसका कार्यकाल 31 दिसंबर 2022 को खत्म हो रहा था।यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र 1984 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वह पिछले साल दिसंबर में 60 वर्ष के हो गए थे। उनको रिटायरमेंट से पहले केंद्र सरकार ने सेवा विस्तार करते हुए यूपी मूल काडर में भेजा था। उनकी गिनती प्रधानमंत्री मोदी के भरोसेमंद अधिकारियों में होती है। उन्होंने आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की। इसके बाद यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न सिडनी से एमबीए की डिग्री हासिल की। इसके अलावा वह यूपी सरकार में कई बड़े पदों पर रह चुके हैं।
मऊ जिले के रहने वाले दुर्गाशंकर मिश्रा
मिश्र का जन्म 4 दिसंबर 1961 को यूपी के मऊ जिले में हुआ, लेकिन उनके पिता बलिया में सरकारी पद पर कार्यरत थे। 1972 में उन्होंने शहर के लक्ष्मी राज देवी इंटर कालेज में पढ़ाई की। अभी हाल में जब वह अपने विद्यालय पहुंचे तो उनकी आंखें भर आयी। विद्यालय के भवन को एक टक देखते मुख्य सचिव ने मंच से भी कहा कि 50 साल पीछे की सारी यादें आज ताजा हो गयीं। बतादें, दुर्गाशंकर मिश्र आगरा और सोनभद्र समेत कई जनपदों के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं।