लखनऊ । उत्तर प्रदेश के टॉप टेन अपराधियों में से एक और बड़ा आपराधिक साम्राज्य खड़ा करने वाले माफिया सरगना खान मुबारक की बीमारी के चलते हरदोई में मौत हो गई। वहां उसे जिला जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। वह निमोनिया से पीड़ित था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

करीब तीन दर्जन मुकदमे कई जिलों में दर्ज थे

जिले के हंसवर थाना क्षेत्र अंतर्गत हरसम्हार गांव निवासी खान मुबारक प्रदेश के टॉप टेन अपराधियों की सूची में शामिल था। उस पर करीब तीन दर्जन मुकदमे कई जिलों में दर्ज थे। मुख्य रूप से फिरौती और रंगदारी जैसे अपराध में लिप्त खान ने कई हत्या की वारदातों को भी अंजाम दिया था। पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में उसकी करोड़ों की संपत्ति को जब्त कर लिया था। उसका बड़ा भाई खान जफर सुपारी मुंबई के डी गैंग से जुड़ा रहा है।

अंपायर को गोली मारी, फिर क्राइम की दुनिया में उतर गया

यूपी के एक छोटे से जिले अंबेडकरनगर के हंसवर थाना क्षेत्र के हरसम्हार गांव में खान मुबारक रहता था। खान मुबारक के पिता रजी आलम चकबंदी विभाग में लेखपाल थे। उन्होंने खान मुबारक को स्नातक की पढ़ाई के लिए प्रयागराज भेजा, लेकिन उसका रुझान अपराध की तरफ था। एक क्रिकेट मैच के दौरान अंपायर को गोली मार दी। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसमें साथ दिया उसके बड़े भाई जफर सुपारी ने, जिसने 15 साल की उम्र में ही हत्या कर अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था।बाद में, उन्होंने मुंबई में काला घोडा कांड को अंजाम दिया। जिसमें पुलिस वैन में दो कैदियों की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी। जिसके बाद दोनों भाइयों ने छोटा राजन के साथ मिलकर अंडरवर्ल्ड में कदम रख दिया है। खान मुबारक ने अपना गैंग बना लिया। जिसे यूपी पुलिस रिकार्ड में डी-27 गैंग कहा जाता है।

प्रयागराज को बनाया ठिकाना, मुन्ना बजरंगी से थी दुश्मनी

एसटीएफ ने 27 जुलाई 2017 को खान मुबारक (40) को लखनऊ में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। इसके बाद वह सलाखों के बाहर नहीं आ सका। सबसे बड़ी बात यह है कि उसके खिलाफ 33 मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं, लेकिन आज तक उसको किसी मामले में सजा नहीं हुई है।खान मुबारक ने प्रयागराज को अपना ठिकाना बनाया। जहां मुन्ना बजरंगी से उसका सामना हुआ। इसके बाद दोनों में दुश्मनी हुई और गैंगवार शुरू हो गई। बाद में वह मुंबई चला गया। जहां अपने भाई जफर सुपारी की मदद से छोटा राजन गैंग में शामिल हुआ।

परिजनों ने पहले ही जताई थी हत्या की आशंका

उत्तर प्रदेश में विकास दुबे, अतीक, अशरफ और जीवा जैसे अपराधियों की हत्या के बाद खान मुबारक की पत्नी ने उसकी हत्या की आशंका जताई थी। साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ से खान मुबारक की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी कराए जाने पर उसको दूसरे स्टेट में शिफ्ट किए जाने की मांग की थी। वहीं उसने एक वीडियो जारी करके भी इसकी पुष्टि की थी।खान मुबारक गिरोह के 16 सक्रिय सदस्यों की हिस्ट्रीशीट यूपी पुलिस ने खोली है। जिसके साथ ही खान मुबारक गिरोह की 19.56 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति को चिह्नित किया गया। जिसके बाद 16.31 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की गई थी। वहीं अन्य को गिरा दिया गया

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