लखनऊ । राजधानी के इकाना स्टेडियम के बाहर तेज आंधी के दौरान एक होर्डिंग यानी यूनीपोल टूटकर स्कॉपियों पर गिर पड़ा। जिसमें तीन लोग दब गये। सूचना पर पुलिस व फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंच गई और गाड़ी पर गिरे एंगल को हटाने में जुट गई। काफी प्रयास के बाद तीनों को बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर मां और बेटी की मौत हो गई और चालक की हालत गंभीर बनी हुई है। मां-बेटी शाम के समय इकाना स्टेडियम के पास घूमने जा रहे थे।
इकाना स्टेडियम के पास गाड़ी पर गिरा यूपीपोल, मां-बेटी की मौत
इकाना स्टेडियम के पास बड़े-बड़े यूनीपोल लगे हुए है। सोमवार की शाम तेज आंधी चलने से स्टेडियम के पास एक बड़ा से यूनीपोल टूटकर गिर पड़ा। जिसके बाद चीख पुकार मच गई। गाड़ी में बैठे लोग हाथ हिलाकर जोर-जोर से चिल्लाने लगे। जानकारी मिलने पर गोमतीनगर विस्तार, सुशांत गोल्फ सिटी की पुलिस और फायर स्टेशन की टीम मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुट गई। काफी मशक्कत के बाद जेसीबी और क्रेन लगाकर बोर्ड में लगे लोहे के एंगल और मलबा को हटाया गया। साथ ही स्कॉपियों में दबे तीन लोगों को जिसमें दो महिलाएं शामिल थी उन्हें अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां दो महिलाओं की मौत हो गई।
मरने वाला परिवार इंदिरा नगर का रहने वाला था
डीसीपी दक्षिणी विनीत कुमार जायसवाल ने बताया कि शाम साढ़े चार बजे इकाना स्टेडियम के पास एक बड़ा बोर्ड एक स्कॉर्पियों पर गिर गया। जिसमें फंसे तीन लोगों को निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई है। साथ चालक गंभीर रूप से घायल है। जिसका उपचार चल रहा है। चालक का नाम सरताज है। इसमें प्रीती जग्गी उम्र 45 वर्ष और एंजेल उम्र 15 वर्ष की मौत हो गई। दोनों मां और बेटी थी और इंदिरा नगर के सी ब्लाक के रहने वाले थे। मां-बेटी ड्राइबर के साथ घूमने जा रहे थे।
शहर के अंदर लगी है बड़ी -बड़ी होर्डिंग, कभी हो सकता है हादसा
होर्डिंग बहुत बड़ी थी। लोहे के बड़े बड़े एंगल पर वह टिकी थी। जिस वक्त हादसा हुआ उस दौरान हल्की हवाएं चल रही थीं। इसलिए पुलिस प्रशासन के अफसर भी हैरान है कि न तेज आंधी तूफान आया न कोई ऐसा कार्य वहां चल रहा था, जिससे होर्डिंग गिर जाए। बड़ी लापरवाही की आशंका है। जब जांच होगी तब सभी तथ्य सामने आ सकेंगे। इस तरह की होर्डिंग शहर के अंदर तमाम स्थानों पर लगी है। ऐसे में आंधी और तूफान के दौरान अब इन बड़ी-बड़ी होर्डिंगों से भी सावधान रहने की जरूरत है। चूंकि आंधी के दौरान कब टूटकर गिर पड़े इसका कोई भरोसा नहीं है। इन होर्डिंग को लगाने का कहीं कोई मानक नहीं है।
व्रत में जूस पीने के बहाने निकले थे मां-बेटी घूमने
जानकारी के मुताबिक प्रीति व उसके पति दीपक का कई साल पहले तलाक हो चुका है। इसी के बाद से वह अपने मायके में मां और भाई के साथ ही रहती थीं। प्रीति के पिता का निधन हो चुका है। वह सॉफ्टेवेयर डेवलपर थीं। बेटी एंजेल गुरुकुल एकेडमी में 8वीं कक्षा में पढ़ती थी। प्रीति के भाई मोहित जग्गी ने बताया कि बहन का आज सोमवार का व्रत था। वह जूस पीने के लिए निकली थीं। उन्होंने इसी बहाने बेटी को बाहर घूमाने की बात कही थी लेकिन क्या पता था कि अब वह कभी वापस घर नहीं आएंगी। इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया है।