लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में थाना प्रभारी शाहगंज अश्विनी कुमार सिंह, एक दरोगा समेत पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए हैं। एसआईटी की पूछताछ के बाद पुलिस विभाग ने ये ऐक्शन लिया है। जांच में प्रथम दृष्टया लापरवाही बरती जाने का मामला पाया गया है।
धूमनगंज इंस्पेक्टर के खिलाफ क्यों नहीं हुई कार्रवाई
जानकारी के लिए बता दें कि जिस काल्विन अस्पताल में यह घटना हुई वह शाहगंज थाना क्षेत्र में ही आता है। बड़ी बात यह है कि घटना स्थल थाने से महज 50 मीटर की ही दूरी पर स्थित है। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्या की कस्टडी में रहने के दौरान अतीक अशरफ की हत्या हुई उसके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उमेश पाल हत्याकांड में भी धूमनगंज इंस्पेक्टर पर नरमी बरती गई।यह बात लोगों को हजम नहीं हो पा रही है।
अतीक का करीबी शूटर असाद कालिया गिरफ्तार
अतीक व अशरफ की हत्या के बाद पुलिस शांत नहीं बैठी है। यही वजह है कि बुधवार को प्रयागराज पुलिस ने अतीक गैंग के शूटर असाद कालिया को भी गिरफ्तार कर लिया है। उस पर 50 हजार का इनाम था। असाद कालिया को अतीक गैंग का फाइनेंसर बताया जाता है। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है।
शूटर्स की 3 दिन की पुलिस रिमांड की मंजूरी
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के आरोपी तीनों शूटरों लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य को बुधवार सुबह पेशी के लिए कड़ी सुरक्षा में प्रयागराज कोर्ट पहुंचे हैं। तीनों शूटर्स की सीजेएम कोर्ट में पेशी हुई। सीजेएम कोर्ट ने शूटर्स की 3 दिन की पुलिस रिमांड की मंजूरी दे दी है। पुलिस तीनों शूटर्स को रिमांड में लेकर गहन पूछताछ करेगी। पुलिस शूटर्स को कोर्ट से लेकर पुलिसलाइन ले गई है। इस दौरान काल्विन अस्पताल के बाहर भारी सुरक्षा की तैनाती की गई है। साथ ही सिविल ड्रेस में एसटीएफ के लोग भी नजर रख रहे हैं।