एसएमयूपीन्यूज, ब्यूरो। महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार के दौरान 11 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 से ज्यादा लोग बीमार हो गए हैं।दरअसल, नवी मुंबई के खारघर क्षेत्र में रविवार को कार्यक्रम का आयोजन खुले मैदान में किया गया था। इस दौरान तेज धूप और भीषण गर्मी की चपेट में आने से 11 लोगों ने दम तोड़ दिया। जबकि इस कार्यक्रम में खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मौजूद रहे। ऐसे में समारोह के आयोजन में बरती गई लापरवाही को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

कार्यक्रम में बैठने की व्यवस्था खुले थी

नवी मुंबई के खारघर में महाराष्ट्र भूषण अवॉर्ड कार्यक्रम में लाखों लोग पहुंचे थे। कार्यक्रम में महाराष्ट्र के अलावा अन्य प्रदेशों से भी लोग पहुंचे थे। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश और कर्नाटक से भी लोग आए थे। काफी संख्या में गुजरात से भी लोग पहुंचे थे।लोगों का कहना था कि इतना बड़ा कार्यक्रम था, लेकिन बैठने की जगह कम पड़ गई।कार्यक्रम के दौरान लोग तेज धूप के नीचे खड़े रहे।किसी शेड का इंतजाम नहीं किया गया था। इसके बाद कुछ लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। कई लोग तो मौके पर ही बेहोश होकर जमीन पर गिर गए। अत्यधिक गर्मी की वजह से लोगों में डिहाड्रेशन जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो पैदा हो गई। बीमार लोगों के स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया था और जिनमें से 11 लोगों की मौत हो गई।

विपक्ष ने उठाए सवाल

इस कार्यक्रम को लेकर विपक्ष ने महाराष्ट्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। इधर उद्धव ठाकरे, अजित पवार और आदित्य ठाकरे ने एमजीएम अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों से मुलाकात की। तीनों नेताओं ने मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। अजित पवार और उद्धव ठाकरे ने लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी लेकर सत्ताधारियों की कड़ी आलोचना की है।पीड़ित लोगों से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम लोगों से मिले हैं, 4-5 लोगों से बातचीत की, उनमें से दो की हालत गंभीर है। कार्यक्रम की योजना ठीक से नहीं बनाई गई थी। आखिर इस घटना की जांच कौन करेगा?

सीएम शिंदे ने किया मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का एलान

अस्पताल में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बीमार लोगों से मुलाकात की है और उनको हर मदद का भरोसा दिया है।शिंदे ने हर मृतक के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिए जाने का ऐलान किया है।शिंदे ने कहा है कि बीमार लोगों का फ्री में इलाज किया जाएगा। साथ ही कहा है कि जिन लोगों की स्थिति गंभीर है, अगर उन्हे बेहतर इलाज के लिए दूसरे अस्पतालों में भर्ती कराना पड़े, तो उन्हें कराया जाएगा।

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