प्रयागराज/ लखनऊ । प्रयागराज से माफिया साम्राज्य हासिल करने वाले अतीक अहमद और अशरफ की प्रयागराज में ही रात साढ़े दस बजे के बाद हत्या कर दी गई। दोनों की हत्या के बाद अतीक के माफिया राज का साम्राज्य खत्म हो गया। इस प्रकार से कहा जाए गोली से शुरू हुआ और गोलियों पर खत्म हो गया। हालांकि इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई करते हुए 17 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। राजधानी के संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। ताकि किसी प्रकार की वाद विवाद की स्थिति न उत्पन्न होने पाए। इसके अलावा कानपुर को भी हाई अलर्ट कर दिया गया है।

पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट, अधिकारी गश्त पर निकले

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले में न्यायिक जांच के आदेश। तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की टीम अतीक व अशरफ की हत्या का जांच करेंगा। प्रयागराज में धारा 144 लागू कर दी गई है। संवेदनशील जिलों में वरिष्ठ अधिकारी खुद गश्त करेंगे। ताकि कहीं कोई कानून व्यवस्था न खराब होने पाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद प्रयागराज जाने के दिए निर्देश। जांच में पता चला कि पहले अतीक के सिर पर गोली मारी गई। इसके बाद फिर ताबड़तोड़ फायरिंग अतीक व अशरफ पर शुरू कर दी। वैसे इस घटना को जो भी देखा वह स्तब्ध रह गया है।

घटनास्थल छावनी में तब्दील, एसटीएफ ने बटोरे सुबूत

घटनास्थल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। प्रयागराज पुलिस के अलावा एसटीएफ भी घटनास्थल से सुबूत बटोर रहे हैं। मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स और पीएसी बल की तैनाती भी की गई है। साथ मौके से हत्यारोपियों के लिए कैमरे और बाइक कब्जे में ले लिया है। डीजीपी आरके विश्वकर्मा और स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार पूरे घटनाक्रम की गहनता से मॉनीटरिंग कर रहे हैं। वहीं अतीक और अशरफ को गोली मारने वालों की पहचान उजागर हो गई है। बताया गया है कि इस घटना को अंजाम देने वालों के नाम लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्या हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले अतीक का बेटा असद अहमद 13 अप्रैल को झांसी में एक मुठभेड़ में मारा गया था, इसके साथ यूपी एसटीएफ ने शूटर गुलाम को भी मार गिराया था। जिन्हें आज प्रयागराज में दोनों को सुपुर्द खाक कर दिया गया।

मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग

माफिया अतीक और अशरफ की सरेआम हत्या को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी द्वारा हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई है। इसमें यूपी के डीजीपी आरके विश्वकर्मा, स्पेशल डीजी क़ानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद एवं अन्य अफसर मौजूद हैं। माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज की घटना पर उच्च स्तरीय बैठक की है और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं। इसी के साथ सीएम योगी ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन के निर्देश भी दिये हैं। 17 को सस्पेंड किये जाने को पुलिस विभाग के किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है।

44 साल में 101 केसों के बाद पहली बार साबित हुआ था दोषी


माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का अंत फिल्मी अंदाज में होगा ऐसा किसने सोचा होगा। सांसद, चार बार विधायक रहे माफिया अतीक पर 44 साल पहले पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। अतीक अहमद को इसी साल 29 मार्च को (18 दिन पहले) उमेश पाल अपहरण कांड में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। अतीक के साथ दोषी करार दिए गए दिनेश पासी और सौलत हनीफ को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, अतीक के भाई अशरफ समेत सात जीवित आरोपी मंगलवार को दोष मुक्त करार दिए गए थे। 

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