लखनऊ । राष्ट्रीय लोक दल को भारी झटका लगा है। क्योंकि भारत निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय लोक दल की राज्य स्तर की पार्टी का दर्जा वापस ले लिया है। उप्र विधानसभा में नौ विधायकों वाली रालोद के लिए निकाय चुनाव से पूर्व हुआ यह फैसला दुखभरा है। इससे कार्यकर्ता निराश हो गए हैं। क्योंकि बहुत सारे कार्यकर्ता निकाय चुनाव की तैयारी करने में काफी दिन से जुटे थे।

बताते चलें कि रालोद की स्थापना पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह ने की थी। वर्तमान में चौधरी अजीत सिंह के बेटे चौधरी जयंत सिंह पार्टी की बागडोर संभाल रहे हैं। सोमवार को केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने रालोद का राज्य स्तर की पार्टी का दर्जा वापस लेने का आदेश जारी कर दिया।

आयोग के मुताबिक विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने वाले दल को कुल वोटों का न्यूनतम छह प्रतिशत हासिल करने पर राज्य स्तर के दल की मान्यता दी जा सकती है। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में रालोद ने आठ सीटों पर जीत हासिल की थी, हालांकि उसे महज 2.85 प्रतिशत वोट ही हासिल किया था। इसी तरह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में रालोद के हिस्से में काेई सीट नहीं आई थी। उसे महज 1.69 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे। 

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