एसएमयूपीन्यूज, ब्यूरो,भदोही। स्वच्छ भारत मिशन के फेज-2 में करोड़ों की लागत से माॅडल के रुप विकसित हो रही ग्राम पंचायतों में डोर टू डोर कूड़ा उठान एवं उसके सरचार्ज किसी चुनौती से कम नहीं होगा। पहले चरण से 14 ग्राम पंचायतों के 17 राजस्व गांव में अभियान के शुरुआत के लिए ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है। प्रत्येक गांव को खुले में शौचमुक्त करने के लिए सरकार 2014 से अभियान चला रही है।

सवा दो लाख एकल शौचालय का निर्माण पूर्व में ही हो चुका है। सामुदायिक शौचालय का निर्माण दो साल से चल रहा है। 90 से 95 फीसदी काम पूरा भी हो गया है। अब मिशन के दूसरे फेज से पहले चरण में ओडिएफ प्लस 17 गांव को माॅडल के रुप में विकसित किया जा रहा है। जिन पर करीब पांच करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। इन गांव में 70 से 80 फीसदी तक काम पूण भी हो चुका है।

म‌ई- जून में यहां डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन संग अन्य कार्य शुरू होने का जताया जा रहा है लेकिन ग्रामीण से सरचार्ज की वसूली विभाग के लिए चुनौती बनी हुई है। एक- एक ग्राम पंचायतों में अलग- अलग कूड़ा कलेक्शन संग सरचार्ज वसूलना जटिलता से भरा है।यह अधिकारियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।

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