उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आयी है। एक युवक इस कदम आपा खो बैठा कि अपने सारे रिश्तों को भूलकर हैवान बन गया और अपनी पत्नी और बेटी को कुल्हाड़ी से काटकर हत्या करने के बाद खुद फांसी लगाकर जान दे दी। घटना के बाद मौके पर जो भी पहुंचा पूरा मंजर देखने के बाद उसका कलेजा कांप उठा।
घर के अन्य सदस्य गए थे भागवत कथा सुनने
आपको बता दें कि उन्नाव जिले के थाना बरासगवर के गांव रूदीखेड़ा निवासी श्यामलाल जो कि काननगो से सेवानिवृत्त हुए है। इनका बड़ा बेटा मोहन कुमार 34, पत्नी सीमा 28 और चार माह की बेटी के साथ अलग से घर बनाकर रहता था। मोहन कुमार प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था लेकिन सफलता न मिलने के कारण परेशान रहता था।जिसकी वजह से आये दिन पत्नी से विवाद होता रहता था।लखनऊ से उपचार भी चल रहा था लेकिन घर वालों का क्या पता था कि मोहन कुमार इस तरह कदम उठा लेगा।
चीख पुकार के बाद सन्नाटा होने पर पड़ोसियों को हुआ शक
इसी पागलपन का परिणाम रहा कि रविवार देर रात पारिवारिक कलह में पत्नी से विवाद के बाद कमरा बंद कर पत्नी की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी। इसके बाद चार माह की बेटी की भी हत्या करने के बाद खुद भी उसी कमरे में फंसी लगाकर जान दे दी। घर के पास ही स्थित जगन्नाथेश्वर मंदिर में भागवत कथा चलने से मोहल्ले व गांव के लोग वहीं थे। कथा के बाद पड़ोस के लोग घरों में पहुंचे तो पड़ोसियों ने बताया कि चीख पुकार की आवाज आने के बाद मोहन के घर में सन्नाटा छा गया।
प्रतियोगी परीक्षा की कर रहा था तैयारी, असफल हाेने से था परेशान
पड़ोसियों बताने पर शंका होने पर परिजन घर पहुंचे तो अंदर से सभी दरवाजे बंद होने पर पुलिस को सूचना दी। एसओ राजपाल मौके पर पहुंचे और दूसरी मंजिल पर बने कमरे की खिड़की तोड़कर दाखिल हुए। अंदर का नजारा देखे तो दंग रह गए। दो साल पहले उसकी शादी हुई थी। पुलिस ने रात में ही तीनों शव पोस्टमार्टम के लिए के लिए भेज दिया।