लखनऊ। बिजली कर्मचारियों की हड़ताल के मामले में योगी सरकार ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। शनिवार को हड़ताल पर गए बिजली विभाग के 650 आउटसोर्सिंग व संविदाकर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई। इसके अलावा छह एजेंसियों पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इसमें पूर्वांचल विधुत वितरण निगम के 242,मध्यांचल वितरण निगम 110,पश्चिमांचल में 60 तथा दक्षिणांचल 38 कर्मचारी शामिल हैं, जिन पर कार्रवाई की गई है।

छह एजेंसियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

कर्मचारियों के साथ-साथ एजेंसियों को नोटिस भी जारी की गई है। कॉरपोरेशन के चेयरमैन एम देवराज के मुताबिक गाजीपुर में बिजली आपूर्ति के लिए काम कर रही फर्म भारत इंटरप्राइजेज को अपने कर्मचारियों को उपस्थित न करा पाने के कारण फर्म के महाप्रबंधक एवं सुपरवाइजर राहुल सिंह के विरुद्ध कोतवाली गाजीपुर में एफआईआर दर्ज करा दी गई है।इसके अलावा छह अन्य एजेंसियों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

अराजकता फैलाने वाले बिजली कर्मी होंगे सूचीबद्ध :सीएम योगी


सीएम योगी ने कहा कि हड़ताल के दौरान अराजकता फैलाने वाले बिजली कर्मी सूचीबद्ध किए जाएंगे। बिजली फीडर बंद करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। सरकार प्रतिवर्ष 20 हजार करोड़ रुपये पावर कॉर्पोरेशन को उसका घाटा पूरा करने के लिए देती है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

लाइन में फॉल्ट किया तो आकाश-पाताल से खोज निकालेंगे : ऊर्जा मंत्री


ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने हड़ताली कर्मचारियों को चेताया है कि लाइन में फॉल्ट करने वालों को आकाश-पाताल से खोज निकालकर कार्रवाई करेंगे। उन्होंने आपूर्ति को पूरे नियंत्रण में बताते हुए दावा किया है कि प्रदेश में चार हजार मेगावाट सरप्लस बिजली है।

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