उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहा श्रीराम मंदिर प्रगति पर है। चूंकि राममंदिर के गर्भगृह के सभी स्तंभ खड़े किये जा चुके हैं। साथ ही श्रीराम जन्मभूमि में राममंदिर के भूतल का 70 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इस प्रकार से देखा जाए तो मंदिर निर्माण अब आकार लेने लगा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मंदिर निर्माण को लेकर कुछ तस्वीरें और वीडियो जारी किया है। वहीं कुछ नई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर की गई है। इन तस्वीरों में मंदिर निर्माण को दिखाया गया है।

32 सीढ़ियां चढ़कर होंगे रामलला के दर्शन होंगे

अयोध्या में जाने बाद अब आप को श्रीराम जन्मभूमि पर राममंदिर का भव्य स्वरूप दूर से ही दिखाई देने लगा है। यही वजह है कि अब दर्शन मार्ग से ही निर्माणाधीन मंदिर का दर्शन कर अपने आपको सौभाग्यशाली मान रहे है। आपको जानकार खुशी होगी कि राममंदिर के गर्भगृह के तीन तरफ की दीवारें खड़ी हो चुकी हैं। 20 फीट ऊंची दीवार मकराना सफेद संगमरमर के स्तंभ के साथ भव्य लग रही है।मंदिर पर चढ़ने के लिए अब तक 24 सीढ़ियां बन चुकी हैं। भक्तों को 32 सीढ़ियां चढ़कर रामलला के दर्शन होंगे।

राममंदिर में प्रवेश के लिए सीढ़ी बनाने का काम लगभग पूरा

मंदिर में पहले सिंहद्वार राममंदिर में प्रवेश के लिए सीढ़ी बनाई जा चुकी है। भूतल निर्माण में गर्भगृह पर 20 फीट ऊंची दीवार और 166 पिलर खड़े कर दिए गए हैं। काम बहुत तेजी से चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ राममंदिर के छत के करीब दो सौ बीम की नक्काशी का काम भी पूरा हो चुका है। बीम की तराशी रामसेवकपुरम व रामघाट स्थित कार्यशाला में हो रही है। जो पत्थर तराशे जा चुके हैं उन्हें रामजन्मभूमि परिसर में पहुंचाया जा रहा है।

पहले फेज का काम दिसंबर 2023 में हो जाएगा पूरा

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि जल्द ही गर्भगृह की बीम डालने का काम शुरू हो जाएगा। निर्धारित समय सीमा के अनुसार ही मंदिर निर्माण का काम आगे बढ़ रहा है।श्रीरामजन्मभूमि परिसर में जारी मंदिर निर्माण कार्य।मंदिर का काम 3 फेज में होना है। पहले फेज का काम दिसंबर 2023 में पूरा हो जाएगा। इसमें गर्भगृह भी शामिल है। जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के दिन इसी गर्भगृह में रामलला विराजमान होंगे

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