लखनऊ। एच3 एन 2 इन्फ्लूएंजा के बढ़ते प्रकोप को लेकर प्रदेश में भी स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। हरियाणा और कर्नाटक में इन्फ्लूएंजा के चलते दो मौतों के बाद केंद्र ने उत्तर प्रदेश सहित सभी राज्यों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इसी आधार पर सभी जिलों को गाइड लाइन जारी करने की तैयारी है‌। इस फ्लू से बचाव के सबसे कारगर साधन कोविड प्रोटोकॉल का पालन ही बताया जा रहा है। सभी अस्पतालों को एच 3 एन 2 इन्फ्लूएंजा को अलर्ट किया जा रहा है।

सभी जिलों को जारी किये जा रहे दिशा निर्देश : लिली सिंह

राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में इन दिनों खांसी, जुकाम, बुखार, दस्त,पेट खराब होने के मामले तेजी से बढ़ रहें हैं। यही लक्षण एच 3 एन 2 इन्फ्लूएंजा के भी है। हालांकि अभी ऐसे मरीजों का इलाज सामान्य फ्लू के मरीजों की दर्ज पर ही किया जा रहा है।महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य लिली सिंह का कहना है कि केंद्र के निर्देशों के क्रम सभी जिलों को दिशा- निर्देश जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन ही बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है। सर्दी, जुकाम, बुखार, सहित, अन्य लक्षण वाले लोग भीड़ -भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें

संक्रमण के शिकार लोगों को एहतियाती की जरुरत

जिन लोगों को सर्दी, जुखाम, बुखार, गला खराब होने जैसी शिकायत हैं उन्हें बचाव की जरूरत है। उन्हें परिवार के दूसरे सदस्यों से अलग रखा जाए। खासतौर से बच्चों और बुजुर्गो को लेकर सावधानी बरतें। डॉ लिली सिंह का कहना है कि यह ज्यादा खतरनाक तो नहीं है लेकिन खांसी, छींकने, भीड़ जाने से इसका प्रभाव तेजी से होता है।जरुरी है कि लोग मास्क का प्रयोग करें, दूरी बनाकर रखें और हाथ धोते रहें। उन्होंने बताया कि अस्पतालों को भी अलर्ट किया जा रहा। उन्हें प्रर्याप्त मात्रा में दवाएं, आक्सीजन व बेड व्यवस्था रखने को कहा जा रहा है।

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