उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दिल को दहला देने वाली घटना सामने आयी है। कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के हारामऊ गांव के बंजारों बड़ी बस्ती में एक झोपड़ी में आग लगने से एक परिवार के पांच लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। मरने वालों में माता-पिता और तीन बच्चे शामिल है। आग लगने के दौरान परिवार के लोग झोपड़ी के अंदर सो रहे थे। जिसकी वजह से उन्हें आग लगने की जानकारी नहीं मिल पाई और बाहर नहीं निकल सके।
रात में झोपड़ी के अंदर सो रहा था पूरा परिवार
रात में ही सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक परिवार के पांच लोग और पूरी गृहस्थी जल गई। वहीं एक महिला गंभीर रूप से झुलस गई है। जिसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस विभाग के अधिकारी रात में ही मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल करने के बाद पांचों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आग से पांच मौत होने के बाद गांव में मातम छा गया है। जिला अस्पताल में डीएम और एसपी ने पहुंचकर झुलसी महिला के उपचार के लिए समुचित व्यवस्था कराई।
आग बुझाने में एक महिला बुरी तरह से झुलसी
पुलिस के अनुसार शनिवार देर रात झोपड़ी में आग लग गई थी। हादसा में दंपती सतीश (28) और काजल (25) के साथ तीन बच्चे सनी (5), संदीप (4), गुड़िया (3) की जलकर मौत हो गई। चीख-पुकार सुन बस्ती के लोग दौड़े और बाल्टी से पानी डालकर आग पर काबू करने का प्रयास किया। लेकिन, तब तक पांचों की जलकर मौत हो गई। जबकि आग बुझाने में मृतक सतीश की मां गंभीर रूप से झुलस गईं। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया।
बच्चे की आवाज सुनाई दी… पापा बचा लो
घटना के बाद परिजनों ने राेते हुए बताया कि एक कोने से उठी आग एक मिनट में पूरी झोपड़ी को अपनी चपेट में ले ली। बच्चे की आवाज सुनाई दी… पापा बचा लो। आग की वजह से मैं मेन दरवाजे से अंदर नहीं घुस सका। दूसरी ओर जाकर निकालने का प्रयास किया। लेकिन, नहीं निकाल सका। पांच मिनट में मेरा पूरा परिवार मैदान में मिल गया। आग कैसे लगी, ये मैं नहीं देख पाया।