लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश के बयानों का जवाब तीखे तेवरों से दिया। प्रयागराज की घटना दुखद है। सरकार ने उसे संज्ञान लिया है। अपराधी माफिया पाले किसके द्वारा पाले गये है। कहा कि आपके राज (सपा) में माफिया पाले जाते थे। क्या अतीक सपा से पोषित नहीं था। जिस अतीक अहमद के खिलाफ पीड़ित ने मुकदमा दर्ज कराया है । वह सपा द्वारा पोषित माफिया है और उसकी कमर तोड़ने का काम हमारी सरकार ने किया है। इसी हाउस में कह रहा हूं इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। जितने भी माफिया हैं उनको मिट्टी में मिलाने का काम करेंगे। विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये पेशेवर माफिया व अपराधियों के सरपरस्त है।
विधानसभा में सीएम योगी ने सपा पर किया तीखा प्रहार
सीएम योगी शनिवार को विधानसभा में विपक्ष के आरोपों पर जवाब दे रहे थे। तभी राजू पाल हत्याकांड पर सीएम योगी ने कहा कि राज्य में जो अपराधी और माफिया हैं वो किसके द्वारा पाले गए हैं। वो सभी सपा के द्वारा पाले गए हैं। मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि माफियाओं को मिट्टी में मिला दूंगा। मुख्यमंत्री इतना कहते ही सपा प्रमुख भड़क गए। सपा के विधायकों द्वारा जमकर हंगामा किया गया और सपा के विधायक वेल में पहुंच गए।
अध्यक्ष सतीश महाना के आग्रह करने पर सपा के विधायक शांत हुए
अखिलेश यादव ने सीएम योगी के इस दावे पर कहा कि ये किस तरह की भाषा का प्रयोग हो रहा है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के आग्रह करने पर सपा के विधायक शांत हुए। उसके बाद फिर से सीएम योगी ने बोलना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की घटना पर सरकार ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के आधार पर कार्य हो रही है। लेकिन जिस अपराधियों द्वारा घटना हुई, क्या वो समाजवादी पार्टी द्वारा नहीं पोषित किया गया था।
योगी आदित्यनाथ रामचरित मानस विवाद पर सपा को घेरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामचरित मानस विवाद पर सपा को घेरा। जिस संत ने रामचरितमानस की रचना की थी, उन्होंने बहुत अच्छा संदेश दिया था। वो राम को ही राजा मानते थे। मध्यकाल में तुलसीदास ने भगवान राम के माध्यम से एकजुट करने का प्रयास किया था। उनके रामचरितमानस को कुछ लोगो ने फाड़ने का काम किया, यही घटना अगर किसी दूसरे मजहब के साथ हुई होती तो,देखते क्या होता।