लखनऊ । विधानसभा सत्र में जातिए जनगणना को लेकर गुरुवार को भारी हंगामा हुआ। विधानसभा के कार्रवाई शुरू होते ही सपा नेता शिवपाल सिंह यादव के नेतृत्व में सपा व राष्ट्रीय लोक दल के विधायकों ने जातिए जनगणना को लेकर सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना विधायकों को समझाने का प्रयास करते रहे अंत में विधानसभा अध्यक्ष ने 11.35से 12.20तक सदन की कार्रवाई स्थगित कर दिया ।

सरकार का जातीय जनगणना से इनकार

प्रश्नकाल के दौरान सपा सदस्य संग्राम सिंह ने सरकार से जानना चाहा कि जाति आधारित जनगणना पिछली बार कब कराई गई थी और क्या लोकसभा चुनाव से पहले कराई जाएगी। सरकार की ओर से सवाल के जवाब में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि संवैधानिक प्रावधान के मुताबिक जनगणना केंद्र सरकार का काम है और इसमें राज्य सरकार की फिलहाल कोई भूमिका नहीं है।संग्राम सिंह ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि असमानता का एक बड़ा अंतर है क्योंकि एक प्रतिशत लोगों के पास 40.5 प्रतिशत संसाधन हैं और 50 प्रतिशत लोग तीन प्रतिशत संसाधनों से अपनी आजीविका चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में जाति आधारित जनगणना की जा रही है।इसका जवाब देते हुए शाही ने कहा कि यूपी बहुत आगे निकल चुका है। हम यूपी को रिवर्स गियर में नहीं ले जा सकते।

नेता विपक्ष अखिलेश जमकर बरसे सरकार पर

दोबारा सदन की कार्रवाई शुरू होने पर नेता विपक्ष अखिलेश यादव ने बोलना शुरु किया नेता विपक्ष ने बजट कानपुर देहात प्रकरण आवारा जानवर किसानों के मुदे महंगाई तथा बेरोजगारी के मुद्दों को उठाया । अखिलेश यादव ने कहां भाजपा सरकार ने राज्यपाल का बहुत समय बर्बाद किया। बजट भाषण कट पेस्ट था जो भाषण दिया गया वह योजनाएं जमीन पर नहीं उतरी अपने एक घंटे से ऊपर के भाषण में अखिलेश यादव सरकार पर जमकर बरसे ।

सदन में अपनी बात रखते अखिलेश यादव।

अखिलेश यादव ने कहा कि सड़कों पर छुट्टा जानवरों के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं। मेरी सरकार से मांग है कि सड़क हादसों के मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। अखिलेश ने यूपी में इंवेस्टर्स समिट आयोजित करने पर कहा कि सरकार यहां पर मेला न लगाए। सदन को ये बताया जाए कि अभी तक कितना निवेश हुआ है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लगता है कि जो भी सूट और टाई पहने हुए था उससे एमओयू करवा लिया। एमओयू की क्या विश्वसनीयता है सरकार जवाब दे।

गायिका नेहा सिंह राठौर को नोटिस भेजे जाने पर उठाया सवाल

अखिलेश यादव ने सदन में यूपी में काबा की गायिका नेहा सिंह राठौर को पुलिस द्वारा नोटिस भेजे जाने पर सवाल उठाए। अखिलेश ने कहा कि मुझ पर भी गाने बने, आलोचना हुई पर हमने किसी के लिए भी पुलिस से नोटिस नहीं भेजवाई। अखिलेश ने कहा कि मैं शायद पहला मुख्यमंत्री हूं जिसने अपने ऊपर बने कार्टून की पुस्तिका का लोकार्पण किया। उन्होंने भाजपा विधायकों की तरफ तंज कसते हुए कहा कि आप लोगों पर कभी कार्टून नहीं बन सकता है क्योंकि आप सब खुद ही कार्टून हो।

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