राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में शुक्रवार राजभवन, लखनऊ में आयोजित ‘प्रादेशिक फल, शाक-भाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2023’ का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया गया।इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि औद्यानिक और औषधीय फसलों से अन्नदाता अपनी आय को दोगुना तीन गुना कर सकते हैं। इसलिए किसानों को इस तरफ ध्यान देने की जरूत है।
फल ,शाक-भाजी और पुष्प प्रदर्शनी का सीएम ने किया अवलोकन
सीएम योगी ने राजभवन में लगी 54वीं प्रादेशिक फल ,शाक, भाजी और पुष्प प्रदर्शनी का अवलोकन करने के बाद प्रगतिशील किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर भारत की सबसे बड़ी फल, पुष्प,शाक-भाजी की प्रर्दशनी राजभवन के परिसर में होती है। यह प्रदर्शनी तीन दिन तक चलती है। इस भव्य प्रदर्शन के लिए राजभवन का प्रागंण उपलब्ध कराने के लिए राज्यपाल महोदय को हृदय से अभार व्यक्त करता हूं।
प्रकृति ने हमारे किसानों को पर्याप्त जल संसाधन और उर्वरा भूमि दी है
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अन्नदाता किसानों की आमदनी को कई गुना बढ़ाने की बात करत करते हैं और अन्नदाताओं की आमदनी बढ़ाने के मामले में परंपरागत खेती से कई गुना ज्यादा क्षमता बागवानी फसलों में है। हम अपनी परंपरागत खेती में जितना उत्पादन करते हैं। उससे कई गुना क्षमता हम सब्जी, साग-भाजी और फल की खेती में कर सकते है। औद्यानिक फसल कई गुना आमदनी का माध्यम बनता है। ऐसा कई किसानों के करके दिखाया है। बागवानी खेती से जुड़े किसानों की सफलता की अपनी कहानी है। प्रकृति ने हमारे किसानों को पर्याप्त जल संसाधन और उर्वरा भूमि दी है।
सीएम योगी ने आगे कहा कि ऐसे में पारंपरिक फसलों के साथ-साथ बागवानी और औषधीय फसलों से अन्नदाता अपनी आय को दोगुना-तीन गुना कर सकते हैं। सीएम योगी ने प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी पुष्प प्रदर्शनियां प्रगतिशील किसानों को एक नया मंच प्रदान करती हैं। संबोधन से पहले मुख्यमंत्री ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के साथ प्रत्येक स्टॉल पर जाकर विभिन्न प्रकार की सब्जियों, फूलों, औषधीय फसलों, टिशू कल्चर से उत्पादित फसल, शहद आदि का अवलोकन किया। इस दौरान फूलों से बनायी गयी राम मंदिर की प्रतिकृति और विशाल शिवलिंग को देखकर आश्चर्य व्यक्त किया।