लखनऊ । राजधानी के बंथरा थाना क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई जब रविवार शाम एक रेलवे कर्मचारी का शव गांव के तालाब किनारे झाड़ियों में अर्धनग्न अवस्था में मिला। मृतक की पहचान सिद्धि प्रसाद लोधी (38) के रूप में हुई है, जो आलमबाग स्थित रेलवे स्टोर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत था।

वह घर से निकले लेकिन पूरी रात वापस नहीं लौटे

घटना बंथरा के दरियापुर गांव की है, जहां सिद्धि प्रसाद अपने परिवार के साथ रहते थे। उनकी पत्नी मंजू देवी के अनुसार, शनिवार को उनका साप्ताहिक अवकाश था और वह पूरे दिन घर पर ही थे। रात करीब 11 बजे उन्होंने कहा कि किसी जरूरी काम से आधे घंटे के लिए बाहर जा रहे हैं। इसके बाद वह घर से निकले लेकिन पूरी रात वापस नहीं लौटे।

मंजू देवी ने बंथरा थाने में अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई

रविवार सुबह मंजू देवी ने पड़ोसियों की मदद से पति के मोबाइल पर कई बार कॉल कराया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जब देर तक कोई सूचना नहीं मिली तो उन्होंने आसपास के इलाके में खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। दोपहर बाद मंजू देवी ने बंथरा थाने में अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

झाड़ियों में एक शव औंधे मुंह पड़ा दिखाई दिया

शाम करीब 6 बजे गांव का ही एक युवक शौच के लिए तालाब की ओर गया, तो उसे झाड़ियों में एक शव औंधे मुंह पड़ा दिखाई दिया। पास जाकर देखने पर उसकी पहचान सिद्धि प्रसाद के रूप में हुई। शव के पास ही उनकी चप्पल, मोबाइल, शर्ट और पैंट पड़ी थी। उनके शरीर पर कई जगह गंभीर चोटों के निशान थे और सिर से खून बह रहा था।घटना की जानकारी मिलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। युवक ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची बंथरा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

अनुकंपा के आधार पर रेलवे में नौकरी मिली थी

परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। उनका कहना है कि सिद्धि प्रसाद ने कुछ समय पहले नौकरी के माध्यम से ऋण लिया था और वह दोबारा ऋण लेने की प्रक्रिया में थे। इस बात को लेकर वह पिछले कुछ दिनों से तनाव में थे। हालांकि अभी तक किसी तरह की ठोस वजह सामने नहीं आई है। परिवार का यह भी कहना है कि सिद्धि प्रसाद के पिता छोटे लाल लोधी की मृत्यु करीब 15 साल पहले हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अनुकंपा के आधार पर रेलवे में नौकरी मिली थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा मौत का कारण

पुलिस का कहना है कि शव की स्थिति और चोटों के निशान प्रथम दृष्टया किसी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। हालांकि, स्पष्ट कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की बात कही गई है।ग्रामीणों की मानें तो गांव में आपराधिक गतिविधियां पहले भी हो चुकी हैं, और इस घटना ने लोगों में भय का माहौल बना दिया है। अब देखना यह है कि पोस्टमॉर्टम और पुलिस जांच में सच्चाई क्या सामने आती है।

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