श्रीनगर। आतंक के खिलाफ भारत की सख्त कार्रवाई के बाद भी पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा आतंकी ढांचे को ध्वस्त किए जाने के एक दिन बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास स्थित इलाकों में भारी गोलीबारी की। बुधवार तड़के पाकिस्तान की सेना ने कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर सेक्टर में बिना किसी उकसावे के सीमा पार से छोटे हथियारों और मोर्टार से हमला किया।
आधी रात के बाद शुरू हुई गोलाबारी
सेना के अनुसार, यह गोलाबारी आधी रात के बाद शुरू हुई और इसका सीधा असर करनाह व आसपास के नागरिक इलाकों पर पड़ा। नागरिकों की सुरक्षा को देखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। भारतीय सेना ने इस आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब दिया और स्थिति को नियंत्रण में रखा।गौरतलब है कि इससे पहले भारतीय सेना ने आतंक के पनाहगाहों को निशाना बनाकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था, जिससे पाक समर्थित आतंकी ढांचे को गहरी चोट पहुंची। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से यह दुस्साहसिक प्रतिक्रिया सामने आई है।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कई एहतियाती कदम उठाए
सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं। जम्मू संभाग के सीमावर्ती जिलों – जम्मू, सांबा, कठुआ, पुंछ और राजौरी – में सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया है। श्रीनगर, कुपवाड़ा, बारामूला, गुरेज और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में भी स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।श्रीनगर स्थित उपायुक्त कार्यालय में आपातकालीन नियंत्रण कक्ष सक्रिय कर दिया गया है। कश्मीर के 10 जिलों में भी इसी तरह की व्यवस्था की गई है। प्रशासन और सेना की सतर्कता से स्थिति पर नजर रखी जा रही है, ताकि आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
रामबन में भूस्खलन , जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद
जम्मू कश्मीर के रामबन में भूस्खलन की वजह से जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है।अधिकारियों के अनुसार, चंबा सेरी, रामबन में बारिश व भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गई है। मार्ग से मालवा हटाया जा रहा है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे मौसम में सुधार होने और सड़क साफ होने तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा न करें।