मीरजापुर। “शादी का झांसा, पैसा वसूली का धंधा”—इस फिल्मी स्क्रिप्ट जैसी हकीकत का पर्दाफाश मड़िहान पुलिस, एसओजी और सर्विलांस टीम की संयुक्त कार्रवाई में हुआ है। सिरसी मोड़ पर घेराबंदी कर पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो अजनबियों को पैसे लेकर विवाह के नाम पर जोड़ता था। इस रैकेट के मास्टरमाइंड और 20-20 हजार के इनामी गैंग लीडर शहजाद अली उर्फ दिलीप और उसकी पत्नी सीमा को दबोचा गया।
अकेलेपन की आड़ में लोगों को जोड़ने का दावा करता था
थाना राजगढ़ में दर्ज मुकदमा के तहत लम्बे समय से फरार चल रहे दोनों आरोपितों की तलाश पुलिस को थी। गुरूवार को मुखबिर की सूचना पर सिरसी मोड़ के पास से दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों आरोपित जनपद सोनभद्र के सतौहा गांव (थाना घोरावल) के रहने वाले हैं।पुलिस सूत्रों के अनुसार यह गिरोह प्रेम-विवाह, घरेलू कलह और अकेलेपन की आड़ में लोगों को जोड़ने का दावा करता था। लेकिन असल में यह ‘शादी कराने’ की आड़ में ठगी और ब्लैकमेलिंग का जाल बिछाता था। कई मामलों में युवक या युवतियों को झांसे में लेकर मोटी रकम ऐंठी जाती थी और फिर उन्हें छोड़ दिया जाता था।
दोनों के खिलाफ पहले से कई गंभीर मुकदमे दर्ज
उप-निरीक्षक थाना मड़िहान भारत सुमन ने बताया कि शहजाद अली उर्फ दिलीप एक शातिर अपराधी है, जो खुद को कभी ‘शादी सलाहकार’ तो कभी ‘पारिवारिक सुलहकर्ता’ बताकर भोले-भाले लोगों को ठगता था। उसकी पत्नी सीमा भी इस पूरे गिरोह की सक्रिय सदस्य थी। दोनों के खिलाफ पहले से कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। गिरफ्तार आरोपितों के विरुद्ध आगे की विधिक कार्यवाही कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है। वहीं, पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है।