एसएमयूपी न्यूज, कानपुर/लखनऊ।जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए कारोबारी शुभम द्विवेदी का पार्थिव शरीर बुधवार देर रात जैसे ही कानपुर के हाथीपुर गांव पहुंचा, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घर-आंगन से लेकर हर गली तक मातम पसरा रहा, और परिजनों के साथ-साथ वहां मौजूद हर आंख नम दिखी।
लखनऊ एयरपोर्ट पर भावभीनी श्रद्धांजलि, फिर गांव तक पहुंचा पार्थिव शरीर
शुभम का शव विशेष विमान से लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाया गया, जहां उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शोकाकुल परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की और केंद्र व राज्य सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। इसके बाद 14 वाहनों के काफिले के साथ कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय शुभम का पार्थिव शरीर लेकर हाथीपुर गांव पहुंचे।
एंबुलेंस पहुंचते ही मच गया कोहराम
गांव में जब एंबुलेंस पहुंची, तो वहां का सन्नाटा चीख-पुकार में बदल गया। परिजन बेसुध होकर रोने लगे, मां-बाप के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। शुभम का पार्थिव शरीर गमगीन माहौल में डीप फ्रीजर में रखा गया। हर व्यक्ति की जुबां पर एक ही मांग थी—आतंकी हमले के दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए।
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आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई
परिवार ने जानकारी दी कि गुरुवार को महाराजपुर स्थित ड्योढ़ी घाट पर शुभम का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। इस अंतिम विदाई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के शामिल होने की संभावना है। मुख्यमंत्री खुद इस पूरे घटनाक्रम की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। शुभम द्विवेदी न केवल एक युवा व्यापारी थे, बल्कि एक साहसी नागरिक भी, जिन्होंने देश के दुश्मनों के सामने अपने प्राणों की आहुति दी। उनकी शहादत को उत्तर प्रदेश कभी नहीं भूल पाएगा।