लखनऊ । राजधानी मंगलवार को उस वक्त दहल उठी, जब रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात एक सिपाही ने घरेलू विवाद से आहत होकर खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर मौके पर भगदड़ मच गई और राहगीरों की भीड़ जुट गई।घायल हालत में सड़क पर पड़े सिपाही को देख लोगों के होश उड़ गए। पुलिस को सूचना दी गई, जिसने मौके पर पहुंचकर घायल सिपाही को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वीडियो कॉल के बाद हुआ आत्मघाती कदम
मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल सिपाही को राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।इंस्पेक्टर सुधीर कुमार अवस्थी के अनुसार, मृतक सिपाही की पहचान 36 वर्षीय दिनेश कुमार गिरी निवासी सहजनवा, गोरखपुर के रूप में हुई है।
वह लखनऊ के रहीमनगर में पत्नी अनीता और दो बेटों अंबेश (12) व अमय (6) के साथ रह रहा था। घटना के समय वह ड्यूटी पर जाने के लिए निकला था और बटलर पैलेस स्थित आईपीएस अधिकारी आकाश कुलहरि के आवास पर तैनाती हेतु जा रहा था।शुरुआती जांच में पता चला कि घटना से ठीक पहले सिपाही की पत्नी से वीडियो कॉल पर तीखी बहस हुई थी, जिसके बाद उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
मौके से 9 एमएम की सर्विस पिस्टल और एक खोखा बरामद
मिली जानकारी के मुताबिक, दिनेश ने पार्क के पास बाइक रोककर मोबाइल पर वीडियो कॉल रिसीव की, जो उसकी पत्नी अनीता की थी। कॉल के दौरान दोनों के बीच कहासुनी हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बहस के दौरान दिनेश ने गुस्से में आकर मोबाइल सड़क पर फेंका और फिर अपनी सर्विस पिस्टल से खुद को गोली मार ली।
सूचना पर पहुंची पुलिस टीम को मौके से 9 एमएम की सर्विस पिस्टल और एक खोखा बरामद हुआ। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। सीसीटीवी फुटेज की जांच में दिनेश बाइक से अकेले आता हुआ दिखाई दिया, और कॉल के बाद खुदकुशी करता हुआ भी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है। पुलिस कॉल डिटेल्स खंगाल रही है, जिसमें अंतिम कॉल उसकी पत्नी की पाई गई।
सिपाही की मौत से परिवार में मचा कोहराम
दिनेश की आत्महत्या की खबर जैसे ही उसके घर पहुंची, पूरे परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी अनीता और दोनों बच्चे शव से लिपटकर फूट-फूट कर रोने लगे। अनीता बार-बार यही कहती रही, “झगड़े तो हर घर में होते हैं, लेकिन दिनेश ऐसा कदम उठा लेंगे, यह कभी सोचा नहीं था।
“घटना ने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर दिया है। विभागीय स्तर पर भी मामले की जांच शुरू कर दी गई है। इस आत्महत्या ने पुलिसकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक दबाव जैसे गंभीर मुद्दों को एक बार फिर उजागर कर दिया है।