लखीमपुर खीरी हिंसा Lakhimpur incident मामले में जेल में बंद आशीष मिश्रा Ashish Mishra को सुप्रीम कोर्ट Supreme Courtसे बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट Supreme Courtसे आशीष मिश्रा को कुछ शर्तों के साथ अंतरिम जमानत दी है।आशीष मिश्रा Ashish Mishra को सुप्रीम कोर्ट Supreme Courtने आठ सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत दे दी है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट Supreme Courtने कुछ शर्तें भी रखी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा को जमानत देते हुए यह शर्त भी लगाई है कि वह दिल्ली एनसीआर और उत्तर प्रदेश में नहीं रहेगा। जमानत मिलने के बाद एक हफ्ते बाद आशीष मिश्रा को उत्तर प्रदेश छोड़ना होगा।

अदालत ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 14 मार्च की तारीख मुकर्रर की

सुप्रीम कोर्ट Supreme Court ने कहा कि आशीष मिश्रा Ashish Mishra को अपने स्थान के अधिकार क्षेत्र के पुलिस स्टेशन में अपनी उपस्थिति दर्ज करनी होगी और पासपोर्ट भी जमा करना होगा। सुप्रीम कोर्ट Supreme Court ने कहा कि ट्रायल कोर्ट द्वारा जांच की जा रही गवाहों की स्थिति आदि पर एक रिपोर्ट भेजने के बाद मामले को दिशा-निर्देशों के लिए सूचीबद्ध करने के लिए रजिस्ट्री को निर्देश देते हैं। 14 मार्च को कोर्ट Court इस मामले में अगली सुनवाई करेगा।अदालत ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 14 मार्च की तारीख मुकर्रर की है। इस दौरान गवाही की क्या स्थिति है उसकी समीक्षा ट्रायल कोर्ट Court करेगा। आरोपी की तरफ से फ्री और फेयर ट्रायल की दलील दी गई थी। अदालत ने कहा कि व्यक्तिगत आजादी और फेयर ट्रायल को ध्यान में रखते हुए ही इस तरह के निर्णय की जरूरत थी।

सुप्रीम कोर्ट Supreme Court ने आशीष मिश्रा Ashish Mishra की जमानत याचिका पर बीती 19 जनवरी को सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया था। सुनवाई के दौरान आशीष मिश्रा Ashish Mishra के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा था कि उनका मुवक्किल बीते एक साल से ज्यादा समय से जेल में बंद है और जिस तरह से ट्रायल चल रहा है, उस तरह इसे पूरा होने में 7-8 साल का समय लगेगा। मुकुल रोहतगी mukul rohatgiने ये भी कहा कि मामले में जिस जगजीत सिंह ने शिकायत की है, वह घटना का चश्मदीद गवाह नहीं है और उसकी शिकायत सिर्फ अफवाह पर आधारित है। रोहतगी ने ये भी कहा था कि उनका मुवक्किल अपराधी नहीं है और ना ही उसका आपराधिक इतिहास है।उत्तर प्रदेश के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य Deputy Chief Minister Keshav Prasad Mauryaके दौरे का विरोध कर रहे किसानों को कथित तौर पर एक एसयूवी ने कुचल दिया जिसमें आशीष मिश्रा Ashish Mishra बैठे थे।मामला अक्टूबर 2021 का है जब उनके काफिले में शामिल वाहनों के जरिए किसानों को कुचल दिया गया था।

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