दिल्ली-एनसीआर Delhi-NCR में भूकंप earthquake के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। हालांकि इसकी तीव्रता intensity कितनी है और इसका केंद्र कहां है, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। भूकंप earthquake के झटके इतनी तेज थे कि लोग अपने घरों और दफ्तरों homes and offices से बाहर निकल आए। भूकंप earthquake का केंद्र और उसकी तीव्रता के बारे में अभी जानकारी नहीं मिल सकी है।
जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में मंगलवार दोपहर 2:30 बजे भूकंप earthquake के तेज झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंपearthquake की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई है। भूकंप का केंद्र नेपाल के कलिका में बताया गया है। इसका एपिसेंटर जमीन की सतह के 10 किलोमीटर अंदर था। 5.8 की तीव्रता वाले इस भूकंप के झटके तकरीबन 30 सेकंड तक नेपाल के अलावा भारत के कई शहरों में महसूस हुए। ये झटके उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के देहरादून, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा में भी महसूस किए गए हैं। अभी किसी तरह के जान-माल की कोई खबर नहीं है। इससे पहले पांच जनवरी को भी दिल्ली-एनसीआर मं भूकंप earthquake के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप earthquake की तीव्रता 5.9 थी।
जानकारी के लिए बता दें कि नए साल के शुरुआत से लेकर अब तक राजधानी में भूकंप earthquake की यह तीसरी घटना है।
भूकंप earthquake के आने की मुख्य वजह धरती Earth के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोनfault line zone बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती earthquake हिलती है और हम इसे भूकंप earthquake मानते हैं।