महाकुम्भनगर। महाकुम्भ-2025 के अंतर्गत बुधवार को माघ पूर्णिमा के अवसर पर स्नानार्थियों की उमड़ी भारी भीड़ के प्रबंधन को लेकर सीएम योगी की मॉनीटरिंग का असर साफ देखने को मिला। माघ पूर्णिमा के स्नान पर्व को स्नानार्थियों के लिए यादगार बनाने के सीएम योगी के निर्देश को धरातल पर उतारने के लिए सभी अधिकारी देर रात से ही ग्राउंड जीरो पर मुस्तैद रहे और सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करते रहे। एक तरफ पुलिस प्रशासन जहां श्रद्धालुओं की सुरक्षा में पूरी तरह सक्रिय नजर आया तो वहीं, मेला प्रशासन की ओर से घाटों के सुदृढ़ीकरण तथा स्नान के लिए नदियों में जलस्तर प्रबंधन की प्रक्रिया पूरी की गई।

महाकुम्भ मेला क्षेत्र में पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी रहे मुस्तैद

उल्लेखनीय है कि अपने सरकारी आवास पर सीएम योगी ने बुधवार को प्रातः 4 बजे से ही तमाम बड़े अधिकारियों के साथ मेला की लाइव मॉनीटरिंग शुरू कर दी थी। प्रमुख स्नान पर्व माघ पूर्णिमा को लेकर सीएम योगी की सख्त हिदायत थी कि किसी प्रकार की असुविधा का सामना स्नानार्थियों समेत प्रयागराज की जनता को न करना पड़े। ऐसे में, यातायात की सुगम व्यवस्था, उचित भीड़ प्रबंधन व सुरक्षा समेत विभिन्न पहलुओं को पूरी मुस्तैदी के साथ धरातल पर उतारने के लिए पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों की टीम जुटी रही।

अच्छी तैयारियों के कारण सुरक्षित वातावरण में हुआ स्नान

प्रयागराज के डीआईजी वैभव कृष्ण ने माघ पूर्णिमा के अवसर पर स्नान को लेकर पुलिस प्रशासन की तैयारियों को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि माघ पूर्णिमा के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए यहां पहुंच रहे हैं। इसको लेकर हम पहले से तैयार थे और हमने रणनीति के तहत तैयारियों को अच्छे से धरातल पर उतारा है। उनके अनुसार, सब कुछ नियंत्रण में है।

व्यवस्थाओं और सुविधाओं को सुनिश्चित करते नजर आए

पार्किंग, ट्रैफिक डायवर्जन और कुशल जनप्रबंधन के सभी साधन सक्रिय हैं जिससे प्रक्रिया को पूरा कराने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ रहा है। उनके अनुसार, श्रद्धालु नियमों व कानून का पालन कर रहे हैं जिससे क्राउड मैनेजमेंट को और असरदार बनाने में मदद मिली। इस बार पिछली बार की अपेक्षा कुछ नए प्वॉइंट्स पर भी डिप्लॉयमेंट की गई है जिससे श्रद्धालुओं को लाभ होगा।

अप्रत्याशित भीड़ को देखते हुए पहले से की गई थी तैयारी

अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी माघ पूर्णिमा को लेकर प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि माघ पूर्णिमा के स्नान पर्व पर इस बार मेले में अप्रत्याशित भीड़ आई है। लोगों का अनवरत स्नान का क्रम जारी है। ऐसे में, श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए घाटों के सुदृढ़ीकरण तथा स्नान के लिए नदियों में जलस्तर प्रबंधन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

नदियों में जलस्तर प्रबंधन की प्रक्रिया पर दिया बल

जल पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग भी की गई है और वॉच टावर्स व चेंजिंग रूम की व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया गया है। उनके अनुसार, ट्रैफिक की डायवर्जन स्कीम भी लागू है और सभी चिह्नित स्थलों पर पुलिसबल की तैनाती की गई है। इसके साथ ही, उन्होंने श्रद्धालुओं से निर्धारित स्थानों पर स्नान कर पुलिस व प्रशासन का सहयोग करने की अपील भी की। उनके अनुसार, कल्पवासियों को भी स्नान और वापसी में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं।

माघी पूर्णिमा पर्व पर संगम में अमृत स्नान कर धन्य हुए श्रद्धालु

माघी पूर्णिमा पर्व पर बुधवार को करोंड़ों की संख्या में श्रद्धालु अमृत स्नान करेंगे। यह संख्या सुबह ही, 73 लाख पार कर चुकी है। पूरे देश से आ रहे करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु ब्रह्म मुहूर्त से पहले से ही पवित्र त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। अमृत स्नान करने आ रहे श्रद्धालुओं का कहना है कि महाकुम्भ का इतना विशाल और भव्य आयोजन उन्होंने इससे पहले नहीं देखा है, सभी श्रद्धालु सुगम और सुव्यवस्थित संगम स्नान कर सरकार की व्यवस्था के कायल हो रहे हैं।

महाकुम्भ की व्यवस्था दिव्य और भव्य

परिवार के साथ महाराष्ट्र से ही आये बाला जी देवड़े का कहना है महाकुम्भ की व्यवस्था दिव्य और भव्य है। हम अपने पूरे परिवार के साथ आये हैं मेरे साथ मेरा छोटा बेटा भी संगम स्नान करने आया है। हमें संगम स्नान करने में कोई भी परेशानी नहीं हुई, पुलिस प्रशासन के लोगों का व्यवहार भी सहयोगी है।भोपाल से आए आशुतोष का कहना है कि व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद है लोगों आसानी से संगम में स्नान कर रहे हैं। यहां संगम में करोड़ों श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं किसी तरह की कोई अव्यवस्था और परेशानी नहीं है। अमृत स्नान करने से जीवन धन्य हो गया और सभी पाप धूल गए।

बसंत पंचमी के अमृत स्नान का विशेष महत्व

करोंड़ों की संख्या में श्रद्धालु देश के कोने-कोने से प्रयागराज आ रहे हैं और पवित्र त्रिवेणी में स्नान कर स्वंय को धन्य महसूस कर रहे हैं। महाकुम्भ में बसंत पंचमी के अमृत स्नान का विशेष महत्व है। प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालु अखाड़ों के अमृत स्नान के साथ संगम स्नान कर रहे हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि 144 साल बाद आए में अमृत स्नान कर जीवन धन्य कर लेना है।

महाकुम्भ का दिव्य भव्य आयोजन अविस्मरणीय

सभी ने प्रशासन की व्यवस्था और महाकुम्भ का दिव्य भव्य आयोजन अविस्मरणीय है। अयोध्या से आई जिज्ञासा मिश्रा का कहना है कि हम ने सभी पर्व पर महाकुम्भ में संगम स्नान किया है। महाकुम्भ में सभी व्यवस्थायें बहुत अच्छी हैं। हम लोगों को स्नान करने में किसी तरह की दिक्कत का समाना नहीं करना पड़ा।बैंगलोर से आए डाक्टर आकाश ने कहा कि महाकुम्भ का उनका अनुभव यादगार है, अखाड़ों के अमृत स्नान की व्यवस्था अलौकिक रही हैं, आज श्रद्धालुओं ने खूब डुबकी लगाई।

महाकुम्भ में सभी व्यवस्थायें बहुत ही अच्छी

मुंबई से आये प्रकाश जावेडकर का कहना है कि वो तीन हजार किलोमीटर दूर से संगम स्नान करने आये हैं, महाकुम्भ में सभी व्यवस्थायें बहुत ही अच्छी हैं, माघी पूर्णिमा पर संगम तट तक पहुंचने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई। इतने ज्यादा लोंगो की व्यवस्था करना और इतना बड़ा आयोजन करवाना अपने आप में अद्भुत है। हम लोग सीएम योगी के शुक्रगुजार है कि उनकी वजह से सनातन का ऐसा दिव्य भव्य महाकुम्भ देखने को मिला।

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