महाकुम्भ नगर। माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए महाकुम्भ मेला क्षेत्र को मंगलवार भोर से नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। श्रद्धालुओं को सुगम आवागमन एवं सुरक्षित स्नान कराने के लिए मेला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर निर्णय लिया है।
रूट की पार्किंग में पार्क कराया जायेगा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ राजेश द्विवेदी ने बताया कि मेला क्षेत्र में सुचारू रूप से श्रद्धालुओं का स्नान सम्पन्न कराने के लिए 11 फरवरी की सुबह 4 बजे से आवश्यक एवं आकस्मिक सेवाओं के अतिरिक्त सम्पर्णू मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है।प्रयागराज शहर में महाकुम्भ स्नान हेतु बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को 11 फरवरी को प्रातः 4 बजे के पश्चात संबंधित रूट की पार्किंग में पार्क कराया जायेगा। उक्त व्यवस्था में आवश्यक एवं आकस्मिक सेवाओं के वाहनों को छूट रहेगी।
आकस्मिक सेवाओं के वाहनों को छूट रहेगी
श्रद्धालुओं के प्रयागराज शहर एवं मेला क्षेत्र में सुगम आवागमन एवं स्नान के दृष्टिगत प्रयागराज शहर में दिनाँक 11 फरवरी को सायंकाल 5 बजे के बाद नो व्हीकल जोन लागू कर दिया जाएगा। उक्त व्यवस्था में आवश्यक एवं आकस्मिक सेवाओं के वाहनों को छूट रहेगी।उपरोक्त यातायात व्यवस्था माघपूर्णिमा स्नान पर्व 12 फरवरी को मेला क्षेत्र से श्रद्धालुओं के सुगमतापूर्वक निकासी तक लागू रहेगी।प्रयागराज शहर एवं मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश तथा निकासी पर उपरोक्त प्रतिबंध कल्पवासियों के वाहनों पर भी लागू रहेगा।
49.68 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
प्रयागराज महाकुम्भ में त्रिवेणी के पावन तट पर पुण्य अर्जित करने के लिए माघपूर्णिमा से पूर्व श्रद्धालुओं का रेला लगा हुआ है। पतित पावनी मां गंगे,यमुना एवं अन्त:सलीला सरस्वती के पावन संगम में मंगलवार सुबह 08 बजे तक 49.68 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को जल पुलिस, गोताखोर, एनडीआरएफ एवं पुलिस के जवान लगातार सावधान करने में जुटे हुए हैं।
कल्पवासी और 39.68 लाख तीर्थयात्री अब तक दौरा किया
अपर मेलाधिकारी महाकुम्भ विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि पतित पावनी मां गंगे, यमुना एवं अन्त:सलीला सरस्वती के पावन संगम में श्रद्धालु लगातार आस्था की डुबकी लगा रहें है। मंगलवार सुबह 08 बजे तक 10 लाख से अधिक कल्पवासी और 39.68 लाख तीर्थयात्री अब तक दौरा किया । इस तरह महाकुम्भ में मकर संक्राति से 10 फरवरी तक 44.74 करोड़ से ज्यादा से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। ऐसे पावन अवसर पर पुण्य अर्जित करने के लिए श्रद्धालुओं का लगातार रेला उमड़ा हुआ है।
मेला क्षेत्र में बड़े वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ राजेश द्विवेदी के निर्देश पर श्रद्धालुओं को सुगम यातायात और सुरक्षा के मद्देनजर मेला क्षेत्र में बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध जारी है। संगम के सभी घाटों पर लगातार पुलिस के जवान श्रद्धालुओं से अपील कर रहें है कि स्नान करके घाट दूसरों को मौका देने के लिए खाली करके अपने गंतव्य के लिए रवाना हो। हालांकि मेला क्षेत्र में आकस्मिक सेवा अग्निशमन के दमकल गाड़ियां, एम्बुलेंस तथा पुलिस के वाहनों के अतिरिक्त कोई वाहन प्रवेश नहीं कर पाएंगे।