लखनऊ। उत्तर प्रदेश के शामली जिले के झिंझाना में सोमवार की रात मुठभेड़ में एसटीएफ ने चार बदमाशों को ढेर कर दिया जबकि एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील घायल हो गए। उन्हें करनाल के अमृतधारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से उन्हें गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल रेफर किया गया है।
उत्तर प्रदेश के बाहर भागने के प्रयास में थे
बीती रात करीब दो बजे एसटीएफ मेरठ के साथ बदमाशों की हुई मुठभेड़ मुस्तफा गैंग का एक लाख रुपये का इनामी अरशद और उसके तीन साथी सोनीपत निवासी मंजीत, करनाल निवासी सतीश और एक अन्य अपराधी को मार गिराया गया है। चारों बदमाश कार में सवार होकर उत्तर प्रदेश के बाहर भागने के प्रयास में थे।
फायरिंग में अरशद और उसके तीन साथी ढेर हो गए
एसटीएफ के एएसपी बृजेश कुमार ने मीडिया को बताया कि सहारनपुर जिले के थाना गंगोह के बाहड़ी माजरा गांव के निवासी अरशद के झिंझाना में छिपे होने की सूचना पर टीम ने उनकी घेरबंदी की। इस दौरान बदमाशों की तरफ से चलाई गई गोलियों के जवाब में एसटीएफ टीम की ओर से गई फायरिंग में अरशद और उसके तीन साथी ढेर हो गए।
अरशद के ऊपर हत्या, डकैती व लूट आदि के 18 मुकदमें दर्ज
कुख्यात अरशद के ऊपर हत्या, डकैती व लूट आदि के 18 मुकदमें कायम हैं। इसमें सहारनपुर के बेहट में डकैती और लूट, थाना गंगोह में हत्या और हत्या के प्रयास, थाना नानौता में डकैती, थाना रामपुर मनिहारन में भी हत्या के मुकदमे दर्ज हैं। मुजफ्फरनगर और शामली के अलावा हरियाणा के पानीपत जिले में धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के मुकदमे भी दर्ज है।
एडीजी डीके ठाकुर की ओर से एक लाख रुपये का इनाम घोषित था
उन्होंने बताया कि कुख्यात अरशद पर मेरठ जोन के एडीजी डीके ठाकुर की ओर से एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। अरशद थाना बेहट (सहारनपुर) से लूट के एक मामले में वांछित था। मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों का शामली में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मौके पर पर्याप्त असलहे और कार बरामद हुई हैं।