मेरठ । यूपी के मेरठ में दिल को दहला देने वाला मामला समाने आया है। यहां पर पांच लोगों की गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई। हत्या पति-पत्नी और तीन बेटियाें की एक साथ किया गया है। इनका शव बेड पर खून से लतपथ मिला। जिसे देखने के बाद लोगों की चींख निकल गई। हत्यारों ने एक वर्ष के मासूम को भी नहीं बख्सा। हत्या गुरुवार की शाम की गई, शुक्रवार की सुबह जब पांचों का जनाजा उठा तो चारों तरफ मातम सा छा गया।

मंजर देखकर लोगों को निकल पड़ी चीख

बता दें कि मेरठ के लिसाड़ीगेट के सुहेल गार्डन में राजमिस्त्री मोइन उर्फ मोइनुद्दीन (52), पत्नी आसमां (45) और उनकी तीन बेटियों अस्सा (8), अजीजा (4) और अबीबा (1) की गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई। बृहस्पतिवार रात 9:30 बजे पड़ोसी इमरान उनके घर पहुंचे तो अंदर का नजारा देखकर उसकी चीख निकल गई। एक बेड में दंपती और दूसरे बेड में तीनों बेटियों के शव मिले। जानकारी लगते ही पुलिस अधिकारी पहुंच गए। देर रात तक हत्यारों की तलाश की जा रही थी।

30 गज का मकान किराए पर लिया था

एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि मोइनुद्दीन डेढ़ महीने पहले परिवार के साथ सुहेल गार्डन में आए थे। 30 गज का मकान किराए पर लिया। मकान के बराबर में प्लॉट खरीदकर वो अपने मकान का निर्माण करा रहे थे। दो दिन से निर्माणाधीन मकान पर मोइनुद्दीन और उसका परिवार नहीं दिखाई दे रहा था। आसपास के लोगों में परिवार के लापता होने की चर्चा गुरुवार को तेजी से चली।इसके चलते ही रात में पड़ोसी मोइनुद्दीन के किराए वाले घर में घुसकर देखने लगा, जहां पर लहूलुहान हालत में दंपती और उनकी तीनों बेटियों के शव बेड के बॉक्स में पड़े थे।

एक साथ पांच का शव मिलने से मचा हड़कंप

परिवार के पांच लोगों की हत्या का पता लगते ही आसपास के सैकड़ों लोगों की भीड़ मौके पर पहुंच गई। पुलिस में हड़कंप मचा। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस अमला दौड़कर मौके पर पहुंचा। पुलिस ने मकान को सील कर दिया और फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच शुरू कर दी। एडीजी मेरठ जोन डीके ठाकुर, डीआईजी कलानिधि नैथानी और एसएसपी विपिन ताडा पुलिस फोर्स के साथ देर रात तक छानबीन करते रहे।परिवार के शव पोस्टमार्टम पर भेजने के बाद पुलिस ने मोईन के 20 परिवार के लोगों से पूछताछ की है। मकान निर्माण के साथ-साथ मोईन ने लिसाड़ीगेट में एक प्लॉट भी खरीदा था। जिसको लेकर परिवार के बीच विवाद भी हुआ था।पुलिस का अंदेशा कि परिवारिक विवाद में हत्या का कारण हो सकता है।

मूल रूप से रुड़की का रहने वाला था परिवार

लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के 15 फुटा रोड निवासी नजराना ने बताया कि आसमा उसकी जेठानी थी। उसके जेठ मूल रूप से रुड़की के पुसाना गांव के रहने वाले थे। जेठ की शादी लगभग 10 वर्ष पूर्व हापुड़ निवासी आसमा से हुई थी। गांव की जमीन बेचकर उन्होंने लगभग एक साल पूर्व 15 फुटा रोड पर प्लॉट लिया था। लगभग डेढ़ महीना पूर्व ही उन्होंने मकान बनाना शुरू किया था। पड़ोस में ही उनके मकान पर कुछ दिन पूर्व लेंटर डला था।

आसमा मोईन की तीसरी पत्नी थी

मोईन की तीन शादी हुई थी। करीब पंद्रह साल उसने पहली शादी जफरा नाम की लड़की से की। एक बेटी इल्मां को जन्म देने के बाद जफरा की मौत हो गई। मां की मौत के बाद बेटी बुआ के साथ किठौर में रहने लगी। दूसरी शादी 11 साल पहले मोईन ने नारा से किया लेकिन दोनों के बीच रिश्ता ज्यादा दिन तक नहीं चल पाया और तलाक हो गया। फिर मोईन ने आसमा से शादी की। जिससे तीन बेटियां हुई। इस पूरे हत्याकांड में एक झोलाछाप डॉक्टर भी शक के दायरे में आया है। इस पूरी वारदात में किसी करीबी का हाथ माना जा रहा है।

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