लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नौ विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव के दौरान बुधवार को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक 49.3 फीसदी मतदान हुआ। इस दौरान सत्ताधारी दल भाजपा और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच रसाकसी देखने को मिली। पार्टी के नेता आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे। खास बात यह रही कि दोनों ही पक्ष निर्वाचन आयोग से निष्पक्ष मतदान की गुहार लगाते रहे।
नौ सीटों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ
उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। मतदान शुरू होते ही समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता लगभग सभी सीटों पर आमने समाने आ गए। भाजपा ने आरोप लगाया कि पर्दानशीं महिआलों के चेहरे का मिलान उनके पहचान पत्र से कराकर ही वोट डालने दिया जाए। दूसरी तरफ सपा ने आरोप लगाया कि पहचान पत्र जांचने के नाम पर वोट नहीं डालने दिया जा रहा है। ऐसे ही दाेनाें दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगते रहे।
अखिलेश ने सरकार पर सरकारी तंत्र का दुरुपयोगा करने का आरोप लगाया
सपा से अखिलेश यादव ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारवार्ता कर सरकार पर सरकारी तंत्र का दुरुपयोगा करने का आरोप लगाया और आयोग से निष्पक्ष मतदान कराने की अपील की। वहीं सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने सरकारी आवास पर पत्रकार वार्ता कर सपा पर धांधली के आरोप लगाए। हालांकि उप्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि जिन भी राजनीतिक दल या प्रत्याशी की ओर से शिकायत की गयी, समय पर उसका निस्तारण किया गया और पांच पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी की गयी।
शिकायतों के आधार पर प्रदेश में 5 पुलिस कर्मी निलंबित
आयोग ने बताया कि मतदान सम्पन्न कराने के लिए 3718 मतदेय स्थल बनाए थे। इन सभी मतदेय स्थलों हेतु मतदान के लिए आवश्यक ईवीएम एवं वीवीपैट तथा अलग-अलग जिलों में पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम एवं वीवीपैट की व्यवस्था की गयी थी। मतदान के दौरान जहां भी शिकायत मिली तत्काल ईवीएम एवं वीवीपैट को बदलने का कार्य किया गया। मतदान के दिन विभिन्न राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों से प्राप्त शिकायतों का तत्परता से जांच कराकर निस्तारण कराया गया। शिकायतों के आधार पर प्रदेश में 5 पुलिसकर्मिकों को निलंबित किया गया है।
कुंदरकी सीट पर सबसे अधिक मतदान
निर्वाचन आयोग के मुताबिक मुजफ्फर नगर की मीरापुर विधानसभा सीट पर शाम पांच बजे तक 57.1 फीसदी मतदान हुआ है। मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर 57.7 फीसदी, गाजियाबाद सीट पर 33.3, अलीगढ़ की खैर(सुरक्षित) सीट पर 46.3, मैनपुरी की करहल विधान सभा सीट पर 54.1, कानपुर नगर के सीसामऊ विधान सभा क्षेत्र में 49.1, प्रयागराज के फूलपुर में 43.4, अंबेडकरनगर के कटेहरी सीट पर 56.9 और मीरजापुर के मझवां में 50.4 फीसदी मतदान हुआ है।
गाजियाबाद मात्र 33.30प्रतिशत मतदान से प्रत्याशियों की धड़कन बढ़ी
गाजियाबाद विधानसभा उपचुनाव का मतदान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार को संपन्न हो गया सुबह 7:00 बजे शुरू हुए मतदान शाम को 5:00 बजे संपन्न हुआ और कुल 33.30 प्रतिशत ही मतदान हुआ। जबकि जिला प्रशासन से लेकर भाजपा समेत सभी राजनीतिक दलों के संगठनों ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के बड़े-बड़े दावे किए थे।
मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी ईवीएम मशीनों को गोविंदपुरम स्थित स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा में सुरक्षित रखी गयी हैं। इस प्रकार 14 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम मशीनों में बंद हो गया। वोटों की गिनती 23 नवम्बर को गोविंदपुरम स्थित अनाज मंडी में होगी और उसी दिन नतीजा भी घोषित कर दिया जाएगा। मतदान कम होने के कारण प्रत्याशियों व उनके समर्थकों के दिलों की धड़कने बढ़ गयी हैं।