संजीव सिंह, बलिया। जिले में डेंगू समेत कई अन्य संक्रामक बीमारियों का प्रसार होने लगा है। सबसे अधिक डेंगू के 59 मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग एलर्ट हो गया है। प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें सक्रिय हो गई हैं। ताकि डेंगू फैलने नहीं पाये। डेंगू से निपटने के लिए इंतजाम करना शुरू कर दिया है। जिले के अस्पतालों को भी डेंगू को लेकर अलर्ट कर दिया गया है।

स्क्रब टाइफस के चार मरीज पॉजिटिव पाये गये

मुख्य चिकित्साधिकारी विजयपति द्विवेदी ने बताया कि इस वर्ष अब तक जनपद में स्क्रब टाइफस के चार मरीज पॉजिटिव पाये गये हैं। जिसमें से तीन मरीज हनुमानगंज ब्लाक के कुम्हैला के हैं। जबकि एक मरीज बॉसडीह ब्लाक के मिश्रौलिया का है। उन्होंने जेई के भी चार मरीज मिले हैं।

जेई के ये मरीज बलिया शहर के जगदीशपुर, सीयर ब्लाक के सरयां, मनियर ब्लाक के उत्तर टोला नवका बाबा बस स्टैण्ड के पास तथा मुलायम हनुमानगंज ब्लाक के गड़वार रोड के हैं।वहीं, हनुमानगंज, रसड़ा, चिलकहर, सीयर, बांसडीह, बैरिया व सोहांव में लैप्टोस्पारोसिस नमाज बीमारी के बारह पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जबकि डेंगू के मरीज बलिया शहर, हनुमानगंज, बैरया तथा दुबहड़ के हैं। स्वास्थ्य विभाग इन बीमारियों से लड़ने के लिए मुस्तैदी से जुटा है।

डेंगू बुखार के लक्षणों में तेज बुखार, शरीर पर दाने निकलना

डेंगू बुखार एक कष्टदायक, शरीर को दुर्बल करने वाला मच्छर जनित रोग है और जो लोग दूसरी बार डेंगू वायरस से संक्रमित हो जाते हैं उनमें गंभीर बीमारी विकसित होने का काफी अधिक जोखिम होता है। डेंगू बुखार के लक्षणों में तेज बुखार, शरीर पर दाने, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द शामिल हैं।

कुछ गंभीर मामलों में रक्तस्राव और सदमा होता है, जो जीवन के लिए खतरा हो सकता है।डेंगू बुखार चार निकट संबंधी डेंगू विषाणुओं में से किसी एक के कारण होता है। ये विषाणु उन विषाणुओं से संबंधित हैं जो वेस्ट नाइल संक्रमण और पीत ज्वर का कारण बनते हैं।

डेंगू बुखार मच्छर के काटने से है फैलता

संक्रमित व्यक्ति के आसपास रहने से आपको डेंगू बुखार नहीं हो सकता। इसके बजाय, डेंगू बुखार मच्छर के काटने से फैलता है। जब संक्रमित मच्छर किसी अन्य व्यक्ति को काटता है, तो वायरस उस व्यक्ति के रक्तप्रवाह में प्रवेश कर जाता है और संक्रमण का कारण बनता है।

गंभीर डेंगू बुखार होने का खतरा बढ़ जाता है

डेंगू संक्रमण के इलाज के लिए कोई विशिष्ट दवा नहीं है। अगर आपको लगता है कि आपको डेंगू बुखार हो सकता है, आपको आराम करना चाहिए, बहुत सारे तरल पदार्थ पीना चाहिए । यदि आपको पेशाब कम होना, शुष्क मुँह या होंठ, सुस्ती या भ्रम, ठंडे या चिपचिपे हाथ-पैर जैसे लक्षण हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।ओवर-द-काउंटर दवा पेरासिटामोल मांसपेशियों में दर्द और बुखार को कम करने में मदद कर सकती है।

डॉक्टर की सलाह के बिना प्लेटलेट रोधी दवाएं नहीं लेनी चाहिए

डेंगू बुखार में डॉक्टर की सलाह के बिना प्लेटलेट रोधी दवाएं नहीं लेनी चाहिए। लेकिन अगर आपको डेंगू बुखार है, तो डेंगू बुखार रक्तस्राव की जटिलताओं के जोखिम से बचने के लिए पेरासिटामोल के अलावा आपको बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई नहीं लेनी चाहिए।बुखार कम होने के बाद, पहले 24 घंटों में अगर आप असहज महसूस करने लगते हैं, तो आपको डेंगू बुखार जटिलताओं की जांच के लिए तुरंत अस्पताल जाना चाहिए।

डेंगू बुखार की रोकथाम कैसे करें

-मच्छरदानी का प्रयोग करें, यहाँ तक कि घर के अंदर भी।जब बाहर हों, तो लंबी बाजू की शर्ट और मोज़े में लंबी पैंट पहनें।घर के अंदर, यदि उपलब्ध हो तो एयर कंडीशनिंग का उपयोग करें।सुनिश्चित करें कि विंडो और डोर स्क्रीन सुरक्षित हैं और छिद्रों से मुक्त हैं। यदि सोने के क्षेत्र में स्क्रीनिंग या वातानुकूलित नहीं है, तो मच्छरदानी का उपयोग करें।अगर आपको डेंगू के लक्षण हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।

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