विनीत वर्मा, लखनऊ। यूपी के गाजीपुर जनपद में सोमवार की रात उत्तर प्रदेश एसटीएफ की नोएडा यूनिट, गहमर कोतवाली और जीआरपी दिलदारनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक लाख रुपये के इनामी बदमाश मोहम्मद ज़ाहिद उर्फ सोनू को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इस मुठभेड़ में उसके कब्जे से एक अवैध पिस्टल, दो खोखा कारतूस और एक बैग अवैध देसी शराब बरामद की गई। ये दो आरपीएफ के हत्या के सनसनीखेज अपराध में वांछित चल रहा था।

पुलिस ने पकड़ना चाहता तो शुरू कर दी फायरिंग

पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि रात एक बजे के करीब मुठभेड़ के दौरान जब पुलिस टीम ने ज़ाहिद को पकड़ने का प्रयास किया तो उसने जान से मारने की नीयत से पुलिस टीम पर फायरिंग कर दिया। आत्मरक्षार्थ पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें ज़ाहिद गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल जिला अस्पताल गाज़ीपुर ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया । इस दौरान एक अन्य अज्ञात बदमाश मौके से भागने में सफल रहा। जवानों की हत्या मामले में अब तक छह की गिरफ्तारी हो चुकी है।

दो सिपाहियों के हत्या मामले में चल रहा था वांछित

बता दें कि मारा गया बदमाश जाहिद उर्फ सोनू ने 19 /20 अगस्त की रात रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के दो सिपाहियों जावेद खान और प्रमोद कुमार की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। ये सिपाही बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस में अवैध शराब की तस्करी को रोकने का प्रयास कर रहे थे। शराब तस्करों ने दोनों सिपाहियों पर हमला किया और उन्हें चलती बाडमेर गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन से नीचे फेंक दिया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।इस अभियोग में मोहम्मद ज़ाहिद वंचित चल रहा था। शराब तस्करी का विरोध करने पर दोनों जवानों की हत्या की गई थी।

पुलिस ने एक लाख रुपये का रखा था इनाम

एसटीएफ के मुताबिक मृतक बदमाश की पहचान मोहम्मद ज़ाहिद उर्फ सोनू पुत्र मुश्तफ़ा निवासी मंसूर गली पेढ़िमा बाज़ार , फुलवारीशरीफ़ पटना बिहार के रूप में हुई है । जिसपर एक लाख का इनाम घोषित था ।घायल बदमाश के ऊपर अपहरण, मारपीट और शराब तस्करी के कई केस दर्ज है ।

।मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए भदौरा भेजा गया। वहीं यूपी एसटीएफ ने लगातार दूसरे दिने एनकाउंटर में एक और बदमाश को ढेर कर दिया है। सोमवार को सुलतापुर डकैती के आरोपी अनुज सिंह को मार गिराया था। इससे पर पांच सितबर को डकैती कांड में ही आरोपी मंगेश यादव का एनकाउंटर कर दिया गया था।

पहले पकड़े गए आरोपियों ने यह बताई थी ट्रेन से फेंकने की वजह

पिछले माह दो आरपीएफ जवानों की हत्या के मामले में पुलिस ने मुठभेड़ में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया था हम लोग मुगलसराय के सुरेंद्र नामक एक व्यक्ति से शराब लेते थे। 19 अगस्त को हम लोग शराब लेने मुगलसराय गए थे। वहां से शराब लिया और स्टेशन पर आ गए। थोड़ी देर में गुवाहाटी एक्सप्रेस आई। जनरल डिब्बे में बैठ गए।

कुचमन स्टेशन से पहले सिपाही जावेद और प्रमोद आ गए। दोनों को शव होने पर पूछताछ करनी शुरू कर दी। इसी बीच हम लोग चेन पुलिंग करने लगे। इसका जवानों ने विरोध किया । इसके बाद उन लोगों ने दोनों जवानों को पीट दिया। फिर चलती ट्रेन से धक्का देकर बाहर फेंक दिया। जिससे दोनों जवानों की मौत हो गई।

बीस दिन में तीन एनकाउंटर

योगी सरकार बदमाशों पर कहर बनकर टूट रही है। यहीं वजह है कि यूपी में बीस दिनों के तीन एनकाउंटर हो चुका है। पहला एनकाउंटर पांच सितंबर को सुलतानपुर डकैती कांड में हुआ। एसटीएफ ने डकैती कांड में शामिल मंगेश यादव को मार गिराया। इसके बाद फिर 25 सितंबर को सुलतानपुर डकैती में दूसरा एनकाउंटर उन्नाव में हुआ। यहां पर एक लाख का इनामी अनुज सिंह को एसटीएफ ने मार गिराया।

इस मुठभेड़ को चौबीस घंटे नहीं बीता की गाजीपुर में एसटीएफ ने जाहिद को एनकाउंटर में मार गिराया। वह आरपीएफ जवानों की हत्या में आरोपी था। इस प्रकार से एसटीएफ द्वारा लगातार बदमाशों व माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने का काम किया जा रहा है। ताकि यूपी में रहने वाले लोग अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सके।

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