कन्नौज।पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद के निर्देशानुसार व अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार के पर्यवेक्षण में एवं क्षेत्राधिकारी यातायात डा.प्रियंका वाजपेई के नेतृत्व में यातायात प्रभारी आफाक खां ने आगरा से लखनऊ की तरफ तिर्वा थाना क्षेत्र में स्पीड लेजर गन द्वारा ओवर स्पीडिंग करने वाले वाहनों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की गई। जिसमें पांच डबल डेकर/स्लीपर बसों का ओवर स्पीडिंग में चालान किया गया। वहीं 20 ऐसे चार पहिया हल्के वाहनों के चालान किए गए। जिनकी 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से लेकर 150 किलोमीटर की रफ्तार देखने को मिली।
ओवर स्पीडिंग से हादसे को सबसे अधिक खतरा
प्रभारी द्वारा बताया गया कि ओवर स्पीडिंग के कारण सबसे अधिक और सबसे खतरनाक दुर्घटनाएं होती हैं।क्योंकि 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अधिक गाड़ी को चलाने पर टनल विजन (संकीर्ण दृष्टि) की समस्या उत्पन्न होने लगती है। जिस कारण वाहन चालक की आंखें पूरी सड़क को समय से स्कैन नहीं कर पाती हैं।और अचानक कोई चीज सामने आने पर या सड़क के दाहिने बाएं से आने पर दुर्घटना को रोकना नामुमकिन हो जाता है।अत्यधिक स्पीड में वाहन चलाने पर अचानक कोई खतरा आने पर ब्रेकिंग डिस्टेंस कम पड़ जाता है। जिस कारण दुर्घटना रोकना संभव नहीं हो पाता है।
सौ किलोमीटर के अंदर वाहन चलाने की जा रही अपील
अत्यधिक स्पीड में वाहन के माइलेज में भी फर्क पड़ता है। यदि आप 100 किलोमीटर प्रति घंटा के अंदर अपने वाहन को चलाते हैं। तो आपको अच्छा माइलेज मिलता है। और ईंधन कम खर्च होता है। पैसा भी बचाया जा सकता है, जिंदगी भी बचाई जा सकती है। इसलिए यातायात पुलिस अपील करती है की गतिसीमा का उल्लंघन न करें। सुरक्षित चलें। चूंकि एक्सप्रसे वे पर लगातार हो रहे हादसे को देखते हुए यातायात विभाग की तरफ से अब यह सख्त कदम उठाया जा रहा है। ताकि एक्सप्रेस वे पर होने वाले सड़क हादसों को रोका जा सके।