संजीवी सिंह,बलिया। यूपी के कई जिलों में भारी बारिश के चलते बाढ़ का कहर जारी है। कुछ एेसा ही हाल बलिया का है। यहां पर गंगा का जलस्तर भले ही स्थिर हो गया है, लेकिन सरयू (घाघरा) नदी का कहर जारी है। बुधवार की रात करीब एक बजे उत्तर प्रदेश और बिहार को जोड़ने वाला एनएच 31 चांददियर के पास टूट गया। जिससे माझी पुल और एनएच के क्षतिग्रस्त हिस्से के बीच सैकड़ों लोग फंस गए। जिसकी वजह से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एनडीआरएफ की टीम ने फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू किया
हालांकि एनडीआरएफ की टीम ने फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू किया। एनएच का हिस्सा टूट जाने से फिलहाल यूपी-बिहार के बीच आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है।जिले से होकर गुजरने वाली दोनों प्रमुख नदियों गंगा व सरयू उफान पर हैं। बुधवार शाम तक जहां गंगा का जलस्तर स्थिर होता दिखा।
वहीं, सरयू का रौद्र रूप जारी है। सरयू में आये उफान को एनएच (राष्ट्रीय राजमार्ग) बर्दाश्त नहीं कर सका और सड़क को बहा ले गया। मेन रोड को सरयू नदी की लहरों ने करीब 15 मीटर की चौड़ाई में काट दिया, जिससे यादव नगर बस्ती के करीब तीन हजार की आबादी पानी में घिर गई। एनएच 31 क्षतिग्रस्त होने के कारण मांझी पुल से संपर्क टूट गया है।
दो नावों से 10 से अधिक परिवारों को बाहर निकाला
सड़क टूटने के करीब 3 घंटे बाद पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने दो नावों से 10 से अधिक परिवारों को बाहर निकाला। एनडीआरएफ के इंचार्ज श्रीनिवास मीणा ने बताया कि फंसे परिवारों को बाहर निकालने की कवायद चल रही है।
उधर, सूचना पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी बैरिया उस्मान व एस एच ओ बैरिया रामायण सिंह पहुंच कर दोनों तरफ से आने जाने वाले वाहनों को रुकवाते हुए नाव की व्यवस्था कर फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
आसपास की आबादी पूरी तरह से सुरक्षित
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने गुरुवार सुबह इस बारे में बताया कि रात में जैसे ही एनएच 31 के टूटने की जानकारी मिली। मौके पर एडीएम और बैरिया के एसडीएम को भेजा गया। स्थानीय पुलिस के अलावा एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। फंसे हुए लोगों को तत्काल रेस्क्यू किया गया। आसपास की आबादी पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि फिलहाल इस राजमार्ग से आवागमन बाधित है। राजमार्ग के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत के प्रयास किये जा रहे हैं। शीघ्र ही अवमाग चालू हो जाएगा।