वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम को सर्किट हाउस सभागार में प्रशासनिक एवं पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास, निर्माण परियोजनाओं एवं कानून व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में सुरक्षित यातायात व्यवस्था के लिए प्रत्येक टैक्सी, ऑटो, ई रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन कराए जाने के साथ ही इनका आई कार्ड जारी करें। उन्होंने इन सभी का रूट व स्टैण्ड निर्धारित किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि ये निर्धारित संख्या में ही सवारी बैठाए।
महिला पुलिस अधिकारी, महिलाओं के साथ बैठक व संवाद करे
महिला सुरक्षा को लेकर निर्देशित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन शक्ति के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायतो में महिला पुलिस अधिकारी, महिलाओं के साथ बैठक व संवाद करे। उन्होंने महिला सुरक्षा के लिए खासतौर पर पुलिस बीट में महिला सिपाहियों की तैनाती करने के लिए निर्देशित किया।मुख्यमंत्री ने जिले में चल रही विकास परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर अभियान चला कर गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयावधि में पूरा कराये जाने पर विशेष जोर दिया।
किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी
उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं के साथ ही विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि निर्माण कार्यों के दौरान गुणवत्ता के साथ ही सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जाए। इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने रोपवे परियोजना की समीक्षा के दौरान विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि इसमें अनावश्यक देरी नहीं होने पाये। जिस पर जिलाधिकारी ने बताया कि तीन स्टेशन का निर्माण कार्य दिसम्बर तक तथा बचे स्टेशन को मार्च 2025 तक पूरा करा लिया जायेगा।
सभी गुम्बदों को पुनः खोलकर उनका पुनर्निर्माण करें
मुख्यमंत्री ने विगत दिनों रामनगर स्थित शास्त्री/बलुआ घाट पर घटी घटना को गंभीरता से लेते हुए पर्यटन विभाग, कार्यदायी संस्था, कॉन्ट्रैक्टर तथा संबंधित नोडल अधिकारी के खिलाफ जाँच कराकर जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिगत शास्त्री घाट पर निर्मित सभी गुम्बदों को पुनः खोलकर उनका पुनर्निर्माण करें तथा पूरे कार्य क्षेत्र की बैरिकेडिंग जरूर करें। मुख्यमंत्री ने जनपद की समस्याओं का समाधान जनपद स्तर पर ही कराये जाने को कहा।
प्रभारी मंत्री एवं कोर ग्रुप की बैठक प्रत्येक महीने आयोजित हो
उन्होंने कहा कि नवनियुक्त प्रभारी मंत्री एवं कोर ग्रुप की बैठक प्रत्येक महीने आयोजित हो, ताकि जिले की समस्या का समाधान जनपद स्तर पर ही हो सके। मुख्यमंत्री ने नगर निगम स्वच्छता, सेनिटेशन, प्लास्टिक मुक्त शहर, स्ट्रीट डॉग, निराश्रित गोवंश को गौशाला में शिफ्ट करना, नये शामिल क्षेत्रों मे सभी बुनियादी सुविधाओं को देना तथा सिटी फॉरेस्ट की परिकल्पना पर कार्य करने को निर्देशित किया।
उन्होंने देशी पद्धति पर ड्रेनेज विकसित करने को कहा। बैठक की शुरुआत में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने मुख्यमंत्री के समक्ष शहर में शिक्षा, स्वास्थ्य तथा लोक निर्माण आदि विभागों की विभिन्न निर्माणाधीन परियोजनाओं की जानकारी प्रोजेक्टर के माध्यम से रखी । पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कानून व्यवस्था के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में ये रहे मौजूद
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभारएल डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक टी राम, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया आदि भी मौजूद रहे।
देर रात विकास कार्यो का निरीक्षण
समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात कचहरी-आशापुर संदहा मार्ग के चौड़ीकरण, सारनाथ प्रो-पूअर तथा सारंग नाथ महादेव मंदिर के पुनर्विकास परियोजना के प्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मौके पर मौजूद अधिकारियों एवं कार्यदाई संस्थाओं के अभियंताओं को मानक के अनुरूप समय से कार्य पूर्ण कराए जाने के लिए सख्त हिदायत थी। मुख्यमंत्री ने सारनाथ स्थित सारंग नाथ महादेव मंदिर में दर्शन पूजन भी किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने जेपी मेहता इंटर कॉलेज में बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए राहत शिविर का भी औचक औचक निरीक्षण किया। राहत शिविर में रह रहे लोगों का कुशलता पूछी। इसके बाद उन्होंने राहत सामग्री उपलब्ध कराई तथा बच्चों को टाफिया भी बांटी।