लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की राज्य पिछड़ा आयोग की नई कार्यकारिणी की घोषण कर दी है। नई कार्यकारिणी में लखनऊ के रहने वाले पूर्व सांसद राजेश वर्मा को अध्यक्ष बनाया गया है। कार्यकारिणी में अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष के अलावा 24 सदस्यों समेत कुल 27 लोगों को शामिल किया गया है।

नई कार्यकारिणी का कार्यकाल शपथ ग्रहण से एक वर्ष का होगा

उप्र राज्य पिछड़ा आयोग की नई कार्यकारिणी में अध्यक्ष पूर्व सांसद राजेश वर्मा, उपाध्यक्ष सोहन लाल श्रीमाली, सूर्य प्रकाश पाल उपाध्यक्ष बनाए गये हैं। जबकि इनके अलावा सदस्य सत्येन्द्र कुमार बारी, मेलाराम पवार, वासुदेव मौर्य, फूल बदन कुशवाहा, विनोद यादव, ​शिव मंगल बियार, अशोक सिंह, चिरंजीवी चौरसिया, कुलदीप विश्वकर्मा, लक्ष्मण सिंह, डॉ मुरहू राजभर, घनश्याम चौहान, आर डी सिंह, जर्नादन गुप्ता, बाबा बालक, रमेश कश्यप, प्रमोद सैनी, करूणा शंकर पटेल, रवीन्द्र मणि, राम शंकर साहू, विनोद सिंह, महेन्द्र सिंह राणा, ऋचा राजपूत व राम कृष्ण सिंह पटेल को पिछड़ा आयोग में जगह मिली हैं। नई कार्यकारिणी का कार्यकाल शपथ ग्रहण से एक वर्ष का होगा।

सोहनलाल श्रीमाली बने उप्र पिछड़ा आयोग के उपाध्यक्ष, जनपदवासियों में हर्ष

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े विंध्याचल निवासी सोहनलाल श्रीमाली को उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग राज्य आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। राज्यपाल की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में घोषणा की गई, इसकी अवधि एक वर्ष होगी।सोहनलाल श्रीमाली ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में कई वर्षों तक कार्य किया है। वे संघ के विभिन्न पदों पर रहे। इन दिनों वे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय थे।सामाजिक जीवनशैली और कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी पैठ के चलते उनकी नियुक्ति को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। संघ परिवार के वरिष्ठ सदस्यों, नगर विधायक और विभिन्न संगठनों ने श्रीमाली की नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त की है।

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