लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में उत्तर प्रदेश के सभी विधायकों की रविवार को प्रदेश कार्यालय पर बैठक हुई। बैठक में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के नाम पर चर्चा हुई लेकिन नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर नहीं लग पाई। हालंकि इस दौरान सभी विधायकों ने अखिलेश यादव के ऊपर ही नाम तय करने का फैसला छोड़ दिया है।
सत्र के आरम्भ होने से पहले नेता प्रतिपक्ष का नाम तय
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का नाम तय करेंगे। विधानसभा के सत्र के आरम्भ होने से पहले नेता प्रतिपक्ष का नाम तय हो जाना सम्भव है। सपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि रविवार को नाम तय हो जायेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से शीघ्र ही नाम की जानकारी दी जायेगी। अखिलेश और पार्टी के वरिष्ठ नेता अभी पार्टी मुख्यालय में ही हैं। शिवपाल यादव मुख्यालय से बाहर निकल गए है। शिवपाल यादव को सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।
विधानसभा में मानसून सत्र 29 जुलाई से शुरु
उल्लेखनीय है कि विधानसभा में मानसून सत्र 29 जुलाई से शुरु हो रहा है। सपा के तरफ से नेता प्रतिपक्ष के नाम पर दूसरे दलों की भी नजर है। इसका मुख्य कारण है कि नेता प्रतिपक्ष को सपा का बड़ा नेता माना जायेगा, जो अखिलेश यादव की जगह विधानसभा में लेगा। राजनीतिक जानकारों की माने तो अखिलेश यादव किसी ऐसे नेता को प्रतिपक्ष बनाना चाहते हैं जो विधानसभा में योगी एंड टीम का कड़ा मुकाबला कर सके। दूसरा पक्ष यह है कि वह जातीय गणित का भी ध्यान रखना चाहते हैं। ऐसे में अभी तक किसी एक नाम पर अंतिम राय नहीं बन पाई है।
कई बागी विधायक नहीं पहुंचे बैठक में
विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सभी विधायकों की बैठक रविवार को बुलाया लेकिन इस बैठक में सात बागी विधायक अभय सिंह, मनोज पांडेय, राकेश प्रताप सिंह, राकेश पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, पूजा पाल और आसुतोष माैर्य नहीं पहुंचे। वहीं कौशांबी से विधायक पल्लवी पटेल भी बैठक में नहीं पहुंची। बताया जा रहा है कि अखिलेश ने इस बैठक में उनका नहीं बुलाया था। हालांकि दो दिन पहले पल्लवी सीएम योगी से मिली थी। जिसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।