विनीत वर्मा, लखनऊ । राजधानी के इंदिरा नगर में भांजे ने ही अपने मामा-मामी की गोली मारकर हत्या कर दी। मामा-मामी का बचाव करने पहुंचे उनके पुत्र को भी गोली मार दिया। हालांकि गोली उसके हाथ में लगी है। जिसका अस्पताल में उपचार चल रहा है। इस पूरे घटना से मुहल्ले में सनसनी फैल गयी। लोगाें को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उन्हीं का भतीजा इस तरह का काम कर सकता है। सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
तकरोही चौकी स्थित शर्मा सिटी के पास की घटना
बता दें कि इंदिरा नगर के तकरोही चौकी स्थित शर्मा सिटी के पास दुर्गा मंदिर के पास राजेंद्र उम्र करीब 62 वर्ष अपनी पत्नी सरोज और अपने बच्चों व भाइयों के साथ रहते थे। राजेंद्र गन्ना विभाग में कर्मचारी थे जो सेवानिवृत्ति हो चुके है। राजेंद्र के मकान में उनके परिवार के अलावा भाई राजकरन, जयकरन, जगतपाल और बहन पुष्पादेवी भी रहती है। राजेंद्र शराब के आदी थे। नशे में उनका अक्सर बहन के परिवार से झगड़ा होता था।
बहन से विवाद होने के बाद भांजे ने मारी गोली
मंगलवार रात भी कुछ ऐसा हुआ। राजेंद्र शराब के नशे में घर पहुंचा और बहन पुष्पा से उनका विवाद हो गया। राजेंद्र पाल को परिवार वाले खींचकर ले जाने लगे तो इसी दौरान उनका एक हाथ पुष्पा के कूलर पर लगने के कारण आवाज करने लगा। इसी बात को लेकर विवाद और तूल पकड़ लिया। इसीबीच कमरे में बैठा उनका भांजा तमंचा लेकर निकला और गुस्से में आकर उसने तीन गोलियां चलाई। राजेंद्र के सीने में गोली लगी। आवाज सुन पत्नी सरोज और बेटा सरवन बचाव में दौड़ा तो उन्हें भी गोली मारी। परिवारीजन पड़ोसियों की मदद से तीनों को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने राजेंद्र और सरोज को मृत घोषित कर दिया। सरवन के हाथ में गोली लगी थी। जिनका उपचार चल रहा है।
मामा-मामी को मारने वाला भांजा नाबालिग
राजेंद्र के दो बेटे और तीन बेटी हैं। बेटियों की शादी कर चुके है। जबकि बेटे की शादी नहीं हुई है। बड़ा बेटा सरवन आटो चलाता है, जबकि छोटा बेटा तेज कुमार सिंह नशे की तस्करी में बाराबंकी जेल में बंद है। बहन पुष्पा का ससुराल में विवाद होने के कारण वह मायके में भाई राजवीर के साथ रहती है। राजवीर लोहिया अस्पताल में गार्ड की नौकरी करता है वहीं बहन और भांजे का भी खर्चा उठाता है। घटना के समय पूरा परिवार मौजूद रहा । चूंकि मकान पुस्तैनी है इसलिए पूरा परिवार इसी में रहता है।डीसीपी उत्तरी अभिजित आर शंकर ने बताया कि आरोपी भांजे की उम्र 17 साल है जो अभी नाबालिग है।