लखनऊ। देश को दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में शुक्रवार को एक वर्चुअल बैठक हुई। इस मौके पर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि वर्ष 2027-28 तक यूपी अपनी आवश्यकता के अनुरूप दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जायेगा।
दलहन उत्पादन के अग्रणी राज्यों के कृषि मंत्रियों ने किया प्रतिभाग
इस बैठक में देश के दलहन उत्पादन के अग्रणी राज्यों के कृषि मंत्रियों ने प्रतिभाग किया। बैठक में उ.प्र. का प्रतिनिधित्व कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किया।उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि यूपी में वर्ष 2016-17 में दलहन उत्पादन 23.94 लाख मी०टन था, जो वर्ष 2023-24 में 32.53 लाख मी०टन हो गया। इस अवधि में 36 प्रतिशत की अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गयी है।
चित्रकूट एवं ललितपुर में आदर्श दलहन ग्राम विकसित किये जायेंगे
प्रदेश में दलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए अरहर, उर्द एवं मूंग की कार्य-योजना तैयार कर ली गयी, जिसमें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजनान्तर्गत 27200 हे० फसल प्रदर्शन आयोजित किये जायेंगे तथा दलहन राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजनान्तर्गत 31553 कुं० बीज वितरण एवं 27356 कुं० प्रमाणित बीज उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।उन्होंने बताया कि बीज व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 14 सीड हब तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से 21000 कुं० बीज उत्पादन किया जायेगा एवं 10500 मिनीकिट्स भी अरहर के वितरित किये जायेंगे। इसी प्रकार जनपद-बांदा, महोबा, जालौन, चित्रकूट एवं ललितपुर में आदर्श दलहन ग्राम विकसित किये जायेंगे।
जंगली जानवरों से सुरक्षा को सोलर केन्सिंग को दिया जाएगा बढ़ावा
सूर्य प्रताप शाही ने केन्द्रीय कृषि मंत्री से दलहनी फसलों की जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए सोलर केन्सिंग को बढ़ावा देने के लिए इस मद को केन्द्रीय योजनाओं में सम्मिलित करने का अनुरोध किया।केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि अरहर, उरद एवं मसूर की सम्पूर्ण उत्पादन को एम.एस.पी.पर क्रय करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय, ताकि किसान इनके उत्पादन के लिए प्रेरित हो सके।