एसएमयूपीन्यूज, लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार के सेवा विस्तार को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। वे 31 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार ने उनके कार्यकाल को बढ़ाने की अनुशंसा केंद्र से की है। हालांकि, शुक्रवार देर रात तक केंद्र सरकार की ओर से कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया था।

प्रशांत कुमार किसी वरिष्ठ अधिकारी को सौंप सकते हैं कार्यभार

डीजीपी की सेवानिवृत्ति पर पारंपरिक विदाई परेड आयोजित की जाती है, लेकिन इस बार इसको लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है। यदि सेवा विस्तार नहीं हुआ, तो शनिवार दोपहर तक प्रशांत कुमार किसी वरिष्ठ अधिकारी को कार्यभार सौंप सकते हैं। इसके बाद पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उनके सम्मान में विदाई समारोह आयोजित किए जाने की संभावना है।

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मई माह में कुल सात आईपीएस अधिकारी सेवानिवृत्त हो रहे

गौरतलब है कि मई माह में कुल सात आईपीएस अधिकारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं, जिनमें से छह को गुरुवार को विदाई दी जा चुकी है। अब सभी की निगाहें डीजीपी प्रशांत कुमार पर टिकी हैं। यदि सेवा विस्तार नहीं मिलता है तो डीजी ट्रेनिंग तिलोत्तमा वर्मा और डीजी विजिलेंस व पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्णा डीजीपी की दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं।

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तिलोत्तमा वर्मा 30 नवंबर को रिटायर होंगी

तिलोत्तमा वर्मा 30 नवंबर को रिटायर होंगी, जबकि राजीव कृष्णा की सेवानिवृत्ति में अभी चार वर्ष का समय है। ऐसे में वरिष्ठता और कार्यकाल की लंबाई के आधार पर चयन की संभावना प्रबल मानी जा रही है। फिलहाल सूत्रों की माने तो डीसीपी प्रशांत कुमार का सेवा विस्तार होना तय है। सब कुछ तय हो गया है बस आदेश जारी होना है। हालांकि डीजीपी के सेवा विस्तार को लेकर पुलिस महकमा में चर्चा जोरों पर है।

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