लखनऊ । साइबर क्राइम सेल हजरतगंज, कमिश्नरेट लखनऊ ने सराहनीय कार्य करते हुए फल खरीदने के नाम पर ठगी के शिकार एक व्यक्ति को 1,00,000 (एक लाख रुपये) की राशि सफलतापूर्वक वापस दिलाई है। यह कार्रवाई साइबर अपराधों पर नियंत्रण और पीड़ितों को न्याय दिलाने हेतु चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत की गई।
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14 अप्रैल को फल व्यापारी के साथ हुआ था फ्रॉड
शिकायतकर्ता कलीम अहमद, निवासी प्रीति नगर, थाना मड़ियाव ने 14 अप्रैल को साइबर क्राइम सेल हजरतगंज में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि गूगल से फल व्यापारी का नंबर सर्च करने के बाद बात करने पर फ्रॉडस्टर ने उन्हें झांसे में लेकर 1,00,000 अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। ठगी की भनक लगते ही शिकायतकर्ता ने तुरंत संबंधित बैंक और साइबर क्राइम सेल को सूचना दी।
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साइबर सेल की त्वरित कार्रवाई
प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम सेल के नेतृत्व में उपनिरीक्षक राकेश मिश्रा, मुख्य आरक्षी धीरेन्द्र सिंह, आरक्षी अभिषेक गौतम और अभिषेक यादव की टीम ने तत्परता से जांच शुरू की। बैंकों से तत्काल इलेक्ट्रॉनिक पत्राचार कर कानूनी प्रक्रिया अपनाई गई। विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (कस्टम), लखनऊ के आदेश के अनुसार फ्रॉडस्टर के खाते से धनराशि ब्लॉक कराई गई और अंततः शिकायतकर्ता के इंडियन ओवरसीज बैंक खाते में पूरी राशि वापस ट्रांसफर कर दी गई।
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साइबर सेल की लोगों से अपील
अपना पैसा वापस पाकर शिकायतकर्ता ने राहत की सांस ली और लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।किसी भी अनजान कॉल या कस्टमर केयर से बातचीत के दौरान अपने बैंक खाते, कार्ड की गोपनीय जानकारी साझा न करें।कोई भी स्क्रीन शेयरिंग ऐप (जैसे TeamViewer, QuickSupport, AnyDesk आदि) अपने फोन में डाउनलोड न करें।