लखनऊ । उत्तर प्रदेश में हरदोई जिले के अरवल थाना क्षेत्र में रामगंगा नदी में नाव पलटने से सात लोग डूब गये। चार लोगों को बचा लिया गया। हादसे में तीन बच्चों की मौत हो गई है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

तरबूज तोड़कर नाव से वापस लौट रहे थे

पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने मंगलवार को बताया कि खैरुद्दीन चैन सिंह गांव का रहने वाला दिवारी लाल ने राम गंगा नदी के दूसरी ओर किनारे पर तरबूज की खेती कर रखी है। सोमवार शाम को वह परिवार के सात लोगाें संग तरबूज तोड़कर नाव से वापस लौट रहे थे। इसी दौरान नाव पलट गई। इसमें दिवारी लाल, पत्नी सुमन, बेटी काजल, बहन निर्मला, भांजी सोनिया, छोटे भाई रामफेरे की बेटी सुनैना, बेटा शिवम सवार थे।

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी

सभी पानी में डूब गये। किसी तरह दिवारी लाल, सुमन, निर्मला और काजल बच गए। सुनैना, शिवम और सोनिया का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद पुलिस और गोताखोरों की मदद से खाेजबीन की गयी। देर रात में तीनों के शव नदी से बरामद कर लिए गये। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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गंगा नहाने गए पांच दोस्तों में से दो की मौत, परिजनों में कोहराम

कानपुर के कोहना थाना क्षेत्र स्थित गंगा नदी में सोमवार देर शाम नहाने के दौरान पांच दोस्त डूबने लगे। शोरगुल सुनकर आस पास मौजूद गोताखोरों और नाविकों ने तीन लड़को को समय रहते बचा लिया लेकिन दो युवक गहरे पानी मे चले गए। जिससे उनकी मौत हो गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को बाहर निकलवाकर परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शवों को मुर्दा घर में रखवा दिया। मंगलवार को दोनों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

नजरअंदाज करते हुए गहरे पानी में चले गए

अनवरगंज थाना क्षेत्र के कुली बाजार इलाके में रहने वाला ई-रिक्शा चालक मो. इजहाक (21),मो. फ़ैज़ (25) अपने तीन दोस्तों शाकिब, आलम और सारिक के साथ गंगा नहाने के लिए अटल घाट गए थे। पांचो दोस्तों ने एक साथ गंगा में छलांग लगाई। इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें सचेत भी किया लेकिन पांचो ने इस हिदायत को नजरअंदाज करते हुए गहरे पानी में चले गए।

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दोनों के शवों को बरामद कर परिजनों को सूचना दी

फिर देखते ही देखते पांचो डूबने लगे उनकी चीख पुकार सुनकर मौके पर मौजूद गोताखोर अली, वारिस और शहबान आदि ने गंगा में कूदकर साकिब, सारिक और आलम को बचा लिया लेकिन मो इजहाक और मो फ़ैज़ गहरे पानी मे चले जाने के कारण डूब गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की सहायता से करीब 50 मिनट की कड़ी में मशक्कत के बाद दोनों के शवों को बरामद कर परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजनों में कोहराम मच गया।

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