लखनऊ । राजधानी शहर में यातायात पुलिस द्वारा ई-रिक्शा और ऑटो चालकों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया। यह अभियान 3 अप्रैल 2025 को आयोजित किया गया, जिसमें बिना फिटनेस, बिना वैध कागजात, बिना वैध लाइसेंस और नाबालिग चालकों द्वारा चलाए जा रहे ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई।

अभियान चलाने के पीछे कारण यह है बड़ा कारण

शहर में लगातार बढ़ती यातायात समस्याओं और दुर्घटनाओं के कारण यातायात पुलिस ने इस अभियान की शुरुआत की। नाबालिग बच्चों द्वारा ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा चलाना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि सड़क सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा है। इसके अलावा, अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त कुछ चालकों के खिलाफ भी शिकायतें मिल रही थीं।

पुलिस ने की 1749 वाहनों की जांच, 151 पर चालान

इस विशेष अभियान के दौरान गुरुवार को कुल 1749 वाहनों की जांच की गई। इनमें से 151 वाहनों के खिलाफ चालान किया गया, जबकि 20 वाहनों को सीज कर दिया गया। पुलिस ने उन वाहनों को विशेष रूप से निशाना बनाया जो बिना फिटनेस, बिना वैध कागजात और बिना लाइसेंस के सड़कों पर दौड़ रहे थे।

यातायात पुलिस की सख्ती जारी

डीसीपी यातायात के अनुसार, लापरवाही और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए ऐसे अभियान आगे भी जारी रहेंगे। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, नाबालिग चालकों के अभिभावकों के खिलाफ भी कानूनी कदम उठाए जाएंगे।

जनता में जागरूकता की अपील

डीसीपी अपराध कमलेश दीक्षित ने बताया कि पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने नाबालिग बच्चों को वाहन चलाने से रोकें और यदि किसी वाहन चालक को संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त पाएं, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। यातायात सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है।


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