नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार शाम राजधानी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ आपातकालीन सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस अहम बैठक को सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति में निर्णायक मोड़ के रूप में देखा जा रहा है।
आतंकवाद को कुचलने का संकल्प लिया
सूत्रों के मुताबिक बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने साफ शब्दों में कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद को कुचलने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों की क्षमता पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि सेना को कार्रवाई के तरीक़े, लक्ष्य और समय तय करने की पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता है।करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री को मौजूदा हालात की जानकारी दी और विभिन्न सैन्य विकल्पों पर चर्चा की।
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एक सार्वजनिक सभा में पीएम ने दिया कड़ा संदेश
उल्लेखनीय है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कड़ा संदेश दिया था। उन्होंने इस हमले को भारत की आत्मा पर हमला बताया था और कहा था कि भारत आतंकवादियों और उनके समर्थकों का ‘धरती के अंतिम छोर तक’ पीछा करेगा और उन्हें ‘कल्पना से परे’ सजा देगा।
भारत अगले 24-36 घंटों में सैन्य कार्रवाई की योजना बना रहा
पाकिस्तान ने बुधवार को दावा किया कि उसके पास “विश्वसनीय खुफिया जानकारी” है कि भारत अगले 24-36 घंटों में उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई की योजना बना रहा है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार का यह बयान पीएम मोदी द्वारा शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ बैठक के बाद आया है। इस बैठक में पीएम मोदी ने सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमता पर भरोसा जताया और कहा कि उन्हें कार्रवाई के तरीके, लक्ष्य और समय तय करने की पूरी छूट दी गई है।