लखनऊ । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने प्रदेश के सभी जोन, कमिश्नरेट और जनपदों को सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए हैं। सीमाओं, धार्मिक स्थलों, सार्वजनिक स्थानों और सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी बढ़ाई गई है। कश्मीरी छात्रों, पर्यटकों और व्यापारियों की सुरक्षा के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं। ड्रोन, सीसीटीवी और फ्लैग मार्च के जरिये सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं।

आतंकी घटनाओं के बाद DGP ने जारी किए व्यापक दिशा-निर्देश

डीजीपी प्रशान्त कुमार ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले को लेकर प्रदेश में प्रभावी सुरक्षा प्रबंधों के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिसमें विशेष रूप से सोशल मीडिया पर असामाजिक तत्वों द्वारा माहौल बिगाड़ने के कुत्सित प्रयासों को विफल करने के लिए कदम उठाने की बात कही गई है।

सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी की जाए

अंतर्राष्ट्रीय और अंतर्राज्यीय सीमा पर स्थित जनपदों में पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे सीमा पर समुचित चेकिंग और निगरानी बनाए रखें। साथ ही, नेपाल सीमा से सटे जनपदों में एस.एस.बी. के साथ समन्वय कर चेक पोस्टों पर चौकसी सुनिश्चित की जाए।राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में तैनाती: प्रदेश के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल के साथ राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में दंगा निरोधक उपकरणों के साथ सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस बल को फ्लैग मार्च निकालने का भी आदेश दिया गया है।

संवेदनशील क्षेत्रों का ड्रोन और सीसीटीवी से हो निगरानी

डीजीपी का निर्देश है कि प्रमुख संवेदनशील क्षेत्रों और हॉटस्पॉट्स पर ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी। साथ ही, सभी सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील रहेंगे और उनकी फीड सुरक्षित रखी जाएगी। धार्मिक स्थलों और पूजा स्थलों पर किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री चस्पा करने या वॉल राइटिंग की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी रात्रि गश्त और पोस्टर चेकिंग पार्टी निकाली जाएगी। प्रदेश के सभी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टेशनों पर प्रभावी पुलिस प्रबंध और सघन चेकिंग की जाएगी।

कश्मीरी छात्रों और व्यापारियों की सुरक्षा का रखा जाए विशेष ध्यान

कश्मीरी छात्रों, पर्यटकों और व्यापारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सुनिश्चित किया जाएगा कि उनके साथ कोई अप्रिय घटना न घटे।सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर सतर्क निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार की भड़काऊ या भ्रामक पोस्ट को तुरंत खंडित किया जा सके और पोस्ट करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जा सके।

अब केवल एक पाकिस्तानी रह गया है शेष

पुलिस महानिदेशक ने बताया कि भारत सरकार और उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशों के अनुसार, उत्तर प्रदेश से निर्वासित किए जाने योग्य सभी पाकिस्तानी नागरिकों को निर्वासित किया जा चुका है। केवल एक पाकिस्तानी नागरिक शेष है, जो 30 अप्रैल 2025 को पाकिस्तान वापस लौट जाएगा।

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